बरेली: IAS अफसरों को बहुत समझदार, निर्णय लेने में बहुत ताकतवर माना जाता है, एक गलत निर्णय गंभीर परिस्थिति को जन्म दे सकता है इसलिए इंटरव्यू में IAS उम्मीदवारों से बहुत कठिन सवाल पूछे जाते हैं जिनका सिर्फ एक जवाब देना होता है, सही जवाब देने वालों को ही पास किया जाता है, गलत जवाब या टेढ़ा मेढ़ा जवाब देने वालों को घर भेज दिया जाता है. इसलिए IAS अफसरों को जिले का प्रशासन संभालने की जिम्मेदारी दी जाती है, पूरा जिला ही उनके हाथ में दे दिया जाता है.
अब आप सोचिये, जिस DM को फेसबुक पर पोस्ट लिखने की तमीज ना हो, पहले पोस्ट लिखे, फिर डिलीट करे उसके बाद माफी मांगे और फेसबुक पर ही चार गालियाँ खाने का काम करे, वह जिला कैसे संभाल सकता है, क्या ऐसे आदमी के हाथों में जिला संभालने की जिम्मेदारी देना सही होगा. यह बहुत बड़ा सवाल है.
कल बरेली के डीएम ने गलत समय पर गलत पोस्ट की जिसकी वजह से करोड़ों देशभक्तों की भावनाएं आहत हुईं, उन्होंने मोहल्लों को हिन्दू मुस्लिम में बाँट दिया, उन्होंने कहा कि मुस्लिम मोहल्लों में जबरदस्ती जुलूस निकालना और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाना ट्रेंड बन गया है.
अब आप सोचिये, क्या मुस्लिम मोहल्ले मुस्लिमों के नाम हो जाते हैं, क्या वहां पर हिन्दू नहीं रहते, क्या वहां पर हिन्दू नहीं रह सकते, क्या वहां पर हिन्दू लोग तिरंगा यात्रा नहीं निकाल सकते, ये तो भारत में ही कई पाकिस्तान बना रहे हैं, इनकी नजर में मुस्लिम मोहल्ले में तिरंगा यात्रा ना निकालें और वहां पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे ना लगाएं, जैसे कि वो पाकिस्तान हो, वाह डीएम साहब, आपको किसने पास किया इंटरव्यू में.
सोशल मीडिया पर लोग मांग कर रहे हैं कि ऐसे गैर-जिम्मेदार आदमी के हाथों में जिला संभालने की जिम्मेदारी देना विल्कुल गलत होगा, हो सके तो इन्हें तुरंग बर्खास्त करना चाहिए या इन्हें प्रशासन संभालने का काम नहीं देना चाहिए क्योंकि जो डीएम मोहल्लों को हिन्दू मुस्लिम में बाँट रहा है, वह प्रशासन का काम विल्कुल नहीं कर सकता.
Sarkari Confidential Report me ek kalam hai Integrity Yah post yah sabit hota hai unki integrity doubtful shankaspad hai unke CR me yah likhana chahiye
ReplyDelete