गुरुग्राम: सूरजपाल अमू ने अपने वकील को जो बताया था वह सही हो रहा है, उन्होंने पुलिस हिरासत में थर्ड डिग्री टॉर्चर का आरोप लगाया था, उन्होंने कहा था कि लगता है कि मुझे मारने का प्लान बनाया गया है और जेल से मेरी डेड बॉडी निकलेगी. कल पुलिस हिरासत में सूरजपाल अमू की तवियत बहुत ख़राब हो गयी, उन्हें गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन वहां पर उनकी तवियत और बिगड़ने से उन्हें रोहतक PGI में रिफर किया गया है.
इस बात की जानकारी गुरुग्राम पुलिस के PRO रविंदर कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार होने की वजह से उन्हें गुरुग्राम सिविल हॉस्पिटल से रोहतक पीजीआई में रेफर किया गया है, जैसे ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज होंगे, उन्हें फिर से कस्टडी में लिया जाएगा.
Suraj Pal Amu has been referred to PGI Rohtak from Civil Hospital Gurugram due to ill health. As soon as his health recovers and he is discharged from the hospital we will take him back in custody: Ravinder Kumar, PRO Gurugram Police. pic.twitter.com/Cydq3ly5w5— ANI (@ANI) January 29, 2018
सूरजपाल अमू को आज गुरुग्राम कोर्ट में पेश किया जाना था, उन्हें 26 जनवरी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था, उससे पहले उन्हें रात भर थाने में रखकर कथित तौर पर थर्ड डिग्री दी गयी थी. उन्हें पद्मावत फिल्म के विरोध में भड़काऊ बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
वकील ने लगाए थे थर्ड डिग्री टॉर्चर के आरोपSuraj Pal Amu admitted to a Gurugram hospital after he fell ill. He was to be produced before a Haryana court today after he was sent to judicial custody on 26 January over his statements on the film #Padmaavat (File Pic) pic.twitter.com/6H2HA0bius— ANI (@ANI) January 29, 2018
उनके वकील ने कहा कि सूरजपाल के साथ पुलिस ने वह बर्ताव किया जो हार्ड कोर अपराधियों के साथ भी नहीं किया जाता, उन्हें थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया है. अगर उनकी जान जाती है, या उन्हें पुलिस हिरासत में शारीरिक नुकसान पहुंचाया जाता है तो इसका जिम्मेदार प्रशासन होगा.
उनके वकील ने यह भी कहा कि - सूरजपाल ने मुझसे कहा है कि हो सकता है मैं जीवित बचूं या ना बचूं, हो सकता है कि मेरी जेल से बाहर डेड बॉडी जाय, एक क्रिमिनल लॉयर होने के नाते मुझे दुःख हुआ, आदमी को न्याय पाने का अधिकार, न्याय लेने का अधिकार सब जगह है, लेकिन जेल में शासन प्रशासन के इशारे पर उनके साथ कुछ भी गलत हो सकता है, अगर ऐसा कुछ हुआ तो उसका जिम्मेदार शासन और प्रशासन होगा.
उन्होंने कहा कि हम कानून का सम्मान करते हैं लेकिन अगर हिरासत के दौरान उनके साथ ह्यूमन राईट का उल्लंघन हो रहा है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हो रहा है तो यह गलत है.
यह पूछने पर कि क्या हरियाणा सरकार उनके साथ साजिश कर रही है तो उन्होंने कहा कि गुरुग्राम पुलिस में बैठे कुछ आस्तीन के सांप ऐसा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हर जगह एंटी-सोशल एलिमेंट होते हैं, इनके चेहरे सामाजिक दिखते हैं लेकिन अन्दर से कुछ और होते हैं, ऐसे लोग सूरजपाल अमू के साथ गलत करना चाहते हैं. उन्हें ना खाना दिया गया, ना पानी दिया गया, ना आराम करने दिया गया, ऊपर से थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया.
यह पूछने पर कि क्या हरियाणा सरकार उनके साथ साजिश कर रही है तो उन्होंने कहा कि गुरुग्राम पुलिस में बैठे कुछ आस्तीन के सांप ऐसा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हर जगह एंटी-सोशल एलिमेंट होते हैं, इनके चेहरे सामाजिक दिखते हैं लेकिन अन्दर से कुछ और होते हैं, ऐसे लोग सूरजपाल अमू के साथ गलत करना चाहते हैं. उन्हें ना खाना दिया गया, ना पानी दिया गया, ना आराम करने दिया गया, ऊपर से थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया.
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