कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज मामले पर पूरे देश की नजरें लगी हैं, हर कोई मीडिया की भूमिका को लेकर सवाल उठा रहा है, इसी मीडिया अख़लाक़ और जुनैद हत्याकांड के बाद बवाल मचा दिया था, उनके घरों के बाहर टेंट लगा दिए थे, कई दिनों तक कोई और खबर नहीं दिखाई थी लेकिन कासगंज में चन्दन गुप्ता और राहुल उपाध्याय हत्याकांड पर मीडिया किनारा कर रही है, ऐसा इसलिए क्योंकि इस घटना में दो हिन्दू मारे गए हैं.
मीडिया की चुप्पी देखकर सोशल एक्टिविस्ट जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि - कासगंज हिंसा पर मीडिया चुप क्यों है, क्या पैसा नहीं मिला, मीडिया सिर्फ 15 परसेंट लोगों की चिंता करता है, मीडिया का यही रवैया रहा तो एक बार फिर मुगल शासन आ जायेगा, क्या मीडिया भी यहीं चाहता है. राजपूतों को गुंडा कहने वाले बिकाऊ मीडिया कहां है. या कोई बड़ी साजिश है.
मीडिया की चुप्पी देखकर सोशल एक्टिविस्ट जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि - कासगंज हिंसा पर मीडिया चुप क्यों है, क्या पैसा नहीं मिला, मीडिया सिर्फ 15 परसेंट लोगों की चिंता करता है, मीडिया का यही रवैया रहा तो एक बार फिर मुगल शासन आ जायेगा, क्या मीडिया भी यहीं चाहता है. राजपूतों को गुंडा कहने वाले बिकाऊ मीडिया कहां है. या कोई बड़ी साजिश है.
कासगंज हिंसा पर मीडिया चुप क्यों है क्या पैसा नहीं मिला मीडिया सिर्फ 15 परसेंट लोगों की चिंता करता है मीडिया का यही रवैया रहा तो एक बार फिर मुगल शासन आ जायेगा क्या मीडिया भी यहीं चाहता है राजपूतों को गुन्डा कहने वाले बिकाऊ मीडिया कहां है या कोई बड़ी साजिश है. जय श्री राम— Jitendra Singh (@Jitendr19883362) January 28, 2018
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