जजों के विवाद पर राहुल गाँधी ने की राजनीति तो बार काउंसिल के चेयरमैन ने लगाई फटकार, पढ़ें

bar-council-chairman-manan-kumar-mishra-slams-rahul-gandhi

नई दिल्ली: कल सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने जिस तरह से प्रेस कांफ्रेंस करके मीडिया के सामने प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की आलोचना की उससे विपक्षी पार्टियों को राजनीति करने का मौका मिल गया. जजों ने लोकतंत्र को खतरे में बताते हुए आरोप लगाया था कि कुछ केसों की सुनवाई अपनी पसंद की निचली अदालतों को दी जा रही है. यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. हमारी बात नहीं सुनी जा रही है.

कांग्रेस पार्टी ने तुरंत ही जजों के विवाद को राजनीतिक मुद्दा बनाकर मोदी सरकार पर हमला शुरू कर दिया. राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि यह बहुत गंभीर समस्या है, सरकार को सुप्रीम कोर्ट में दखल नहीं देना चाहिए. 

आज सुप्रीम कोर्ट बार काउंसिल ने इस मसले पर प्रेस कांफ्रेंस की. बार काउंसिल के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि चार जजों ने बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण कदम उठाया है, जिसकी वजह से राहुल गाँधी और अन्य राजनीतिक पार्टियों को न्यायलय पर राजनीति करने का मौका मिल गया है. मैं राहुल गाँधी से और अन्य राजनीतिक पार्टियों से अपील करता हूँ कि इस मामले पर राजनीति ना करें.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चार जजों की प्रेस कांफ्रेंस के बाद बीजेपी या मोदी सरकार के किसी भी मंत्री ने इसपर राजनीति नहीं की, इसे सुप्रीम कोर्ट का अंदरूनी मसला बताकर इसपर प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया लेकिन कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस करके राजनीति शुरू कर दी.

मनन कुमार मिश्रा ने यह भी बताया कि हम इस मामले को लेकर 7 सदस्यीय कमेटी का गठन करेंगे और प्रधान न्यायाधीश से बात करेंगे, अगर जरूरी हुआ तो चारों जजों के साथ भी मुलाक़ात की जाएगी.
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

India

Politics

Post A Comment:

0 comments: