चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने पिछले महीनें 17-21 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र में महाविशाल गीता जयंती समारोह का आयोजन किया था जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, हरियाणा के राज्यपाल और कई मंत्रियों ने शिरकत की थी. बीजेपी सांसद हेमा मालिनीं ने भी एक कलाकार के तौर पर इसमें भाग लिया था और उन्हें कुछ मेहनताना भी मिला था.
अब विपक्षी पार्टियों के लोग हरियाणा सरकार पर इस कार्यक्रम को लेकर फिजूलखर्ची का आरोप लगा रहे हैं. कल मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने इन आरोपों को गलत बताया था, आज स्वास्थय मंत्री अनिल विज ने भी विपक्षियों के इन आरोपों को गलत बताया.
बात दरअसल यह थी कि RTI में दिए गए जवाब में सरकार के ही लोगों ने बढ़ाकर खर्च दिखा दिया जिसकी वजाह से विरोधियों को बोलने का मौका मिल गया. जब मामले ने तूल पकड़ा तो मंत्री अनिल विज ने RTI इनफार्मेशन को ही गलत बता दिया. उन्होंने कहा कि RTI में गलत जानकारी दी गयी है. हमारी सरकार ना तो घपला करती है और ना ही फिजूलखर्ची. उन्होंने कहा कि हेमा मालिनीं जी एक कलाकार के तौर पर आयीं थी इसलिए उन्हें सम्मानित राशि प्रदान की गयी.
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