मरीजों को लूटकर गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल ने मुसीबत मोल ले ली है, सिर्फ 16 दिन में 15 लाख का बिल बना दिया गया और 8 वर्ष की बच्ची आद्या की मौत भी हो गयी, एक बारगी देखने पर ऐसा लगता है कि पैसा बनाने के लिए बच्ची का जान बूझकर ढंग से इलाज नहीं किया गया, डॉक्टर बच्ची के इलाज में लापरवाही दिखाते रहे और रोजाना लाखों का बिल बनाते रहे.
अब हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने फोर्टिस हॉस्पिटल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है, घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था, अनिल विज ने बताया कि जांच में पाया गया कि हॉस्पिटल ऊंचे दाम वाली ब्रांडेड दवाइयों का इस्तेमाल करता है ताकि मरीजों को ज्यादा लूट सके जबकि सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि कम दाम वाली जेनेरिक दवाइयों का इस्तेमाल किया जाए, फोर्टिस ने ऐसा करके नियमों का उल्लंघन किया है. अनिल विज ने यह भी कहा कि यह मौत नहीं बल्कि हत्या का मामला है.
उन्होंने यह भी कहा कि बिल में कई अन्य तरह की भी अनियमितताएं पायी गयी हैं, हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया को पत्र लिखा गया है. आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ भी सख्त एक्शन लेने की सिफारिश की गयी है.
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