मेरठ: उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस ने बहुत बड़ी मात्रा में कालाधन पकड़ा है, यह नोटबंदी के बाद अब तक की सबसे पकड है नोटबंदी के बाद अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है. सूचना के अनुसार दिनांक 29.12.17 को मेरठ पुलिस ने परतापुर थाना क्षेत्र के दिल्ली रोड राजकमल एंक्लेव में रहने वाले बिल्डर संजीव मित्तल के ऑफिस से कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर दीपक शर्मा ने छापा मारकर 25 करोड़ की पुरानी करेंसी और 4 लोगों को गिरफ्तार किया।
बताया जाता है कि इन नोटों को बिस्तर के नीचे बोर में भर भर कर बिछाया गया था, ऊपर बिल्डर संजीव मित्तल के नौकर सोते थे ताकि किसी को शक ना हो, लेकिन पुलिस की नजरों से यह नोट नहीं बच सके.
पुलिस पूछताछ में पकडे गए आरोपी ने बताया कि इन पुराने नोटों को एक कंपनी का अधिकारी बदलवाने वाला था, इसके बदले में संजीव मित्तल को करीब 20-25 प्रतिशत रकम वापस दी जानी थी, ये रकम भी दिल्ली की एक NGO के खाते में RTGS द्वारा भेजी जानी थी और इसे आर्थिक मदद के रूप में दिखाया जाना था.
खबर के अनुसार पुलिस और तमाम एजेंसियां इस बात की जानकारी करने में लगे हैं कि कंपनी का अधिकारी इस रकम को कहाँ और कैसे बदलवाने वाला था. फिलहाल नोटों के पकडे जाने की सूचना प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भेज दी गयी है. ED की टीम इस बात की जांच करने में जुट गयी है कि इन नोटों को किस कंपनी का अधिकारी बदलवाने वाला था, किस NGO के खाते में पैसा जाने वाला था, संजीव मित्तल का संपर्क कंपनी से कैसे हुआ.
माना जा रहा है कि इस घटना से बहुत बड़ा खुलासा हो सकता है और बड़े बड़े लोग पकडे जा सकते हैं, यह भी पता चल सकता है कि कहीं RBI के कुछ अधिकारी पिछले दरवाजे से पुराने नोटों को बदल तो नहीं रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो भारत की राजनीति गरमा सकती है.
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