भारतीयों के लिए आज फिर से गर्व करने का दिन है क्योंकि सुखोई लड़ाकू विमान ने समुंदर से ब्रह्मोस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, पहली बार सुखोई विमान ने समुन्द्र ने निशाने को मार गिराया गया है, इससे पहले हवा और जमीन से सुखोई विमान का परीक्षण किया जा चुका है जो सफल रहा है, अब सुखोई विमान से हवा, पानी और जमीन तीनों जगह से मार की जा सकती है.
जैसे ही मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने DRDO और ब्रह्मोस मिसाइल बनाने वाली टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि आज सुखोई विमान ने जल से भी ब्रम्होस मिसाइल से लक्ष्य को गिराकर भारत ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फायर की जाने वाली मिसाइल का वजन 2.5 टन था. यह दुनिया में सबसे वजनी मिसाइल थी जिसे सुखोई 30 MKI विमान पर लोड किया गया और दूसरी मिसाइल को इससे मार गिराया गया. आपकी जानकारी के लिए बता दें सुखोई विमान को भारत की DRDO और रूसी कंपनी NPOM ने एक साथ मिलकर बनायी है.
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