गरीब ने लिखा मोदीजी को पत्र, सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

poor-man-wrote-letter-to-modiji-become-viral-on-social-media

नयी दिल्ली: एक गरीब आदमी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है जिसमें अपना दुखड़ा रोया है और बताया है कि प्राइवेट कंपनियों में मजदूरों का क्या हाल है, किस प्रकार से अत्याकर किया जाता है और थोड़ी सैलरी देकर उन्हें घर भेज दिया जाता है, गरीब आदमी ने मोदी से कोई जतन करके सैलरी बढाने की मांग की है ताकि वह भी पेट भरकर खाना खा सकें, घर खरीद सकें और चैन की नींद सो सकें.

चिट्ठी में लिखा है - मोदीजी, सविनय निवेदन है कि कोई भी प्राइवेट कंपनी, प्राइवेट स्कूल या प्राइवेट शॉप में जॉब करने पर हमें 6000 से 8000 रुपये हर महीनें मिलते हैं और बदले में हमसे 10 से 12 घंटे काम कराते हैं. 

उसनें बताया कि सरकारी दफ्तरों में चपरासी हर महीनें 40000 से 45000 रुपये सैलरी पाते हैं और सिर्फ 8 घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है, मोदी जी हम ये नहीं चाहते कि हमें 8 घंटे की ड्यूटी दो, आप हमें 12 घंटे की ही ड्यूटी दो लेकिन हमें इतनी इनकम दो ताकि हमारे 2 बच्चे स्कूलों में पढ़ सकें, हम भी दो टाइम पेट भरकर खाना खा सकें, परिवार में अगर कोई बीमार हो तो उसकी दवाई खरीद सकें, हम भी 10 साल जॉब करके घर खरीद सकें, एक सरकारी नौकरी वाला चपरासी सिर्फ पांच साल में घर खरीद लेता है लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाते. सिर्फ 8000 रुपये में ये सब कैसे हो सकता है.

माननीय मोदी जी, आपने अनुरोध है कि प्राइवेट संस्थाओं के वर्करों पर थोडा ध्यान दें, उन्हें 6000 नहीं 20000 से 25000 तक सैलरी मिले ताकि उनके परिवार का गुजारा हो जाए, आपकी अति कृपा होगी. धन्यवाद, आपका गरीब नागरिक.

poor-man-letter-to-modi-ji
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

India

Politics

Post A Comment:

1 comments:

  1. This is absolutely True and fact.Not only this in some companies there are no Pub holidays like 15 Aug,26'Jan,1st May and no paid leaves too.Isnt it like Bonded Labour .

    ReplyDelete