नई दिल्ली: नोटबंदी की सालगिरह से एक दिन पहले देश के बड़े नेताओं में ज़ुबानी जंग शुरू हो गई है। गुजरात में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को एक बार संगठित लूट बताया। उन्होंने कहा कि आठ नवंबर हमारे देश के लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था के लिए एक काला दिन था कल हम अपने देश के लोगों पर एक विनाशकारी नीति थोपे जाने का एक साल पूरा कर लेंगे।
इसी मुद्दे पर प्रेस वार्ता कर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी को सरकार का सही कदम बताया और कहा कि देश डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़ रहा है।
इसी मुद्दे पर प्रेस वार्ता कर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी को सरकार का सही कदम बताया और कहा कि देश डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़ रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ये कठिन फैसले देश हित में लिए गए हैं और धीरे-धीरे ये फैसले एक अच्छे फैसले साबित होंगे। पूर्व पीएम के बयान पर कई भाजपा नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं जिनमे कहा जा रहा है कि मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल में जुबान नहीं खोली, अपनी आँखों से घोटाले होते देखते रहे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने भी कहा मनमोहन सिंह जी अपने 10 साल के कार्यकाल में हुए करप्शन और घोटालों पर माफी मांगें, उसके बाद बात करने.
आपको बता दें कि कल 1000 और 500 के पुरानें नोटों को याद करके कांग्रेसी नेता छाती पीटने वाले हैं, कई जगह मोदी की अर्थियां निकाली जाएंगी, कई जगह मोदी के पुतले जलाए जाएंगे. कांग्रेसी जितना मोदी का विरोध करेंगे, बीजेपी को चुनावों में उतना फायदा होगा क्योंकि लोगों को नोटबंदी की फिर से याद हो जाएगी जब बोर भर भर कर नोट पकडे जाते थे और बेईमान गरीबों के घरों के चक्कर काटकर उनके खातों में पैसे जमा करने की गुहार लगाते थे.
आपको बता दें कि कल 1000 और 500 के पुरानें नोटों को याद करके कांग्रेसी नेता छाती पीटने वाले हैं, कई जगह मोदी की अर्थियां निकाली जाएंगी, कई जगह मोदी के पुतले जलाए जाएंगे. कांग्रेसी जितना मोदी का विरोध करेंगे, बीजेपी को चुनावों में उतना फायदा होगा क्योंकि लोगों को नोटबंदी की फिर से याद हो जाएगी जब बोर भर भर कर नोट पकडे जाते थे और बेईमान गरीबों के घरों के चक्कर काटकर उनके खातों में पैसे जमा करने की गुहार लगाते थे.
Post A Comment:
0 comments: