मोदी की अर्थी जलाकर कांग्रेसियों ने BJP का कराया 2 फायदा, देश का करोड़ों का फायदा, पढ़ें कैसे

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मोदी ने पांच दिन पहले से ही रैलियों में भाषण देना शुरू कर दिया था कि 8 नवम्बर को कांग्रेसी मेरी अर्थी निकालेंगे, मेरे पुतले जलाएंगे, मुझपर गुस्सा निकालेंगे, मातम मानेंगे, दोनों हाथों से छातियाँ कूटेंगे, ऐसा इसलिए क्योंकि मैंने नोटबंदी करके कांग्रेसी नेताओं का बोरी भर भर कर रुपये निकलवा लिए, काला धन निकलवा लिया और बैंकों में जमा करने के लिए मजबूर कर दिया, इन लोगों ने पिछले 60 सालों में जो लूटा था उसे मैंने एक झटके में निकलवा लिया, इसलिए कांग्रेसी नेता मुझसे नाराज हैं.

मोदी चाहते थे कि कांग्रेसी उनके पुतले जलाएं और अर्थी निकालें, मोदी चाहते थे कि कांग्रेसी खूब धरना प्रदर्शन करें, खूब गुस्सा निकालें, खूब विरोध करें, खूब रैलियां निकालें ताकि देश के लोग इसे देखें और नोटबंदी की यादें ताजा हो जाएं.

मोदी जो चाहते थे कांग्रेसी नेताओं ने वही किया और नोटबंदी की यादें ताजा करा दीं, कांग्रेसी नेता मोदी के जाल में बुरी तरह से फंस गए, मोदी तो यही चाहते थे, कांग्रेस के बारे में देशवासियों को यह सन्देश देना चाहते थे कि ये लोग कालाधन समर्थक हैं, कालेधन पर कार्यवाही के खिलाफ मातम मना रहे हैं, इन्हें भूलना मत. मोदी ने जो चाहा था वही हुआ है और इससे बीजेपी को 2 फायदा हुआ है.

पहला फायदा तो यह होगा कि हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनेगी क्योंकि मोदी ने रैलियों में खुद यह मुद्दा उठाया था और हिमाचल के लोगों को बता दिया था अगर कांग्रेसी नेता मेरी अर्थियां निकालें, मेरा शव जलाएं, मेरा पुतला जलाएं तो समझ लेना कि ये लोग कालेधन पर कार्यवाही की वजह से ही गुस्सा प्रकट कर रहे हैं. आज हिमाचल प्रदेश की जनता ने बम्पर वोटिंग करके साबित कर दिया कि वह मोदी सरकार के साथ हैं, हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से मोदी के नाम पर वोट पड़े हैं.

बीजेपी को दूसरा फायदा यह होगा कि अब कांग्रेस के बारे में गुजरात में नकारात्मक सन्देश जाएगा, मोदी को वैसे ही गुजरात का बेटा कहा जाता है, गुजरात के कुछ लोग भले ही GST से नाराज हैं लेकिन गुजरात के बेटे की अर्थियां उठते वे लोग नहीं देख पाएंगे, उनका सेंटिमेंट जरूर आहत होता, मोदी के प्रति हमदर्दी पैदा होगी और कुछ लोग जिनके अन्दर GST के खिलाफ गुस्सा था, अब गुस्सा हट जाएगा और वे वापस बीजेपी की तरफ मुड़ जाएंगे.

तीसरा फायदा देश का हुआ है, देश भर के हजारों कांग्रेसी नेताओं ने रैलियां की, बैनर पोस्टर छपवाए, मोदी की अर्थियों का इंतजाम किया, पुतले का इंतजाम किया, सैकड़ों लोगों को पैसे दे देकर इकठ्ठा किया, उनके लिए चाय, पानी, समोसे, खाने, पीने का इंतजाम किया. कई दिनों से तैयारी की, लाखों रुपये का खर्च किया, अगर देश के 20 हजार कांग्रेसी नेताओं ने भी 1-1 लाख रुपये का खर्च किया होगा तो 20 हजार लाख रुपये आर्थिक व्यवस्था में जुड़ गए साथ ही लाखों बेरोजगार युवाओं को जेब खर्च मिल गया. इससे ना सिर्फ कालाधन निकल आया, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई, अब GDP भी बढ़ जाएगी. मतलब एक साथ कई फायदे.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेता लोग रैलियों, धरना-प्रदर्शन, शांतिपूर्ण हड़ताल, आदि चीजों में हजारों लाखों करोड़ रुपये खर्च करते हैं, बैनर वाले भी कमाते हैं, पोस्टर वाले भी कमाते हैं, चाय-समोसे वाले भी कमाते हैं, खाना बनाने वाले हलवाई भी कमाते हैं, रिक्शा वाले कमाते हैं, ऑटो वाले कमाते हैं, पोस्टर लगाने वाले बच्चे कमाते हैं, हर कोई कमाता है. इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है साथ ही छुपा हुआ धन भी निकलता है. कल भले ही मोदी की अर्थियां उठायी गयीं लेकिन उससे देश को काफी फायदा भी हुआ है, साथ ही बीजेपी को दो राज्य मिलने वाले हैं.
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