महंगाई की मार झेल रही जनता के साथ साथ मोदी सरकार ने व्यापारियों को भी खुश कर दिया है, GST बिल में कई करेक्शन किये गए हैं, करीब करीब बहुत कुछ सस्ता कर दिया गया है, स्टेशनरी पर GST को 28 परसेंट से घटाकर 18 परसेंट कर दिया गया है, इसके अलावा पैक्ड फ़ूड पर GST 18 परसेंट से घटाकर सिर्फ 5 फ़ीसदी कर दिया गया है, इसका मतलब है कि जनता के अच्छे दिन आने वाले हैं.
सरकार के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडिया टीवी के चीफ एडीटर रजत शर्मा ने कहा - GST में छोटे और माध्यम व्यापारियों, सर्राफा व्यापारियों और ग्राहकों को राहत दी गयी है, यह स्वागत योग्य और समय से उठाया गया कदम है.
सरकार के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडिया टीवी के चीफ एडीटर रजत शर्मा ने कहा - GST में छोटे और माध्यम व्यापारियों, सर्राफा व्यापारियों और ग्राहकों को राहत दी गयी है, यह स्वागत योग्य और समय से उठाया गया कदम है.
व्यापारियों को मोदी सरकार ने दिया दीवाली गिफ्ट
मोदी सरकार ने छोटे व्यापारियों को आज विल्कुल खुश कर दिया. अब सभी छोटे व्यापारियों को जिनकी रिटर्न एक करोड़ तक होगी, उन्हें सिर्फ 1 फ़ीसदी टैक्स देना होगा, इसके अलावा अब डेढ़ करोड़ तक का रिटर्न भरने वालों को तीन महीनें में सिर्फ एक बार रिटर्न भरना होगा. इसके अलावा सर्राफा व्यापारियों को PMLA एक्ट से बाहर कर दिया गया है. रिवर्स चार्ज को भी 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
मोदी सरकार ने जनता को मंहगाई से राहत देने का प्रयास किया है, GST में 27 से अधिक चीजों का टैक्स घटा दिया है, सबसे अधिक राहत खाने पाने के सामानों पर है, मतलब जनता की मौज आ गयी है.
मोदी सरकार ने छोटे व्यापारियों को आज विल्कुल खुश कर दिया. अब सभी छोटे व्यापारियों को जिनकी रिटर्न एक करोड़ तक होगी, उन्हें सिर्फ 1 फ़ीसदी टैक्स देना होगा, इसके अलावा अब डेढ़ करोड़ तक का रिटर्न भरने वालों को तीन महीनें में सिर्फ एक बार रिटर्न भरना होगा. इसके अलावा सर्राफा व्यापारियों को PMLA एक्ट से बाहर कर दिया गया है. रिवर्स चार्ज को भी 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
मोदी सरकार ने जनता को मंहगाई से राहत देने का प्रयास किया है, GST में 27 से अधिक चीजों का टैक्स घटा दिया है, सबसे अधिक राहत खाने पाने के सामानों पर है, मतलब जनता की मौज आ गयी है.
क्या चीजें हुई सस्ती
- बिना ब्रांड वाली नमकीन पर 12 फ़ीसदी एक बजाय सिर्फ 5 फ़ीसदी
- खाखरा पर 12 के बजाय सिर्फ 5 फ़ीसदी
- जरी के काम पर 18 फ़ीसदी से घटाकर 5 फ़ीसदी
- स्टेशनरी पर 28 फ़ीसदी से घटाकर 18 फ़ीसदी
- आयुर्वेदिक दवाइयों पर 12 फ़ीसदी से घटाकर सिर्फ 5 फीसदी
- पैक्ड फ़ूड (डिब्बाबंद खाना) पर 18 के बजाय सिर्फ 5 फ़ीसदी
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