प्रधानमंत्री मोदी पर हमेशा मीडिया की नजरें रहती हैं, क्या पता मोदी कब कोई बड़ा धमाका कर दें, मोदी जब भी कोई बड़ा ऐलान करते हैं, देश में तहलका मच जाता है, 8 नवंबर को उन्होंने धमाका करने से पहले ऐसे ही इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी. आज प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह को केरल दौरे के बीच में ही बुला लिया, आज अमित शाह को जन रक्षा यात्रा में शामिल होना था लेकिन वे दौरे से वापस लौट आये. शाह को वापस लौटते देखकर लोग हैरान हो गए.
शाम तक पता चल गया कि अमित शह केरल से वापस क्यों लौट आये, दरअसल उनको मोदी ने केरल से बुलाया था, मोदी ने अमित शाह और अरुण जेटली दोनों को PMO में बुलाया था. शाम को तीनों के बीच में आपातकालीन बैठक हुई और कुछ निर्णय लिए गए हैं.
बताया जा रहा है कि तीनों की पहले से मुलाक़ात तय नहीं थी, सरकार की आलोचना को देखकर मोदी ने यह कदम उठाया है, हो सकता है कि सरकार जनता को राहत देने के लिए कोई बड़ा ऐलान करे. कल मोदी ने स्वयं कहा था कि हमारी सरकार संवेदनशील सरकार है, हम आलोचनाओं को भी स्वीकार करते हैं, हम हर किसी की सलाह सुनते हैं और उसके अनुसार काम करते हैं, उन्होंने माना था कि अर्थव्यवस्था की गति थोडा कम हुई है लेकिन हम फिर से अर्थव्यवस्था की रफ़्तार बढाने के प्रति क्षमतावान हैं.
शाम तक पता चल गया कि अमित शह केरल से वापस क्यों लौट आये, दरअसल उनको मोदी ने केरल से बुलाया था, मोदी ने अमित शाह और अरुण जेटली दोनों को PMO में बुलाया था. शाम को तीनों के बीच में आपातकालीन बैठक हुई और कुछ निर्णय लिए गए हैं.
बताया जा रहा है कि तीनों की पहले से मुलाक़ात तय नहीं थी, सरकार की आलोचना को देखकर मोदी ने यह कदम उठाया है, हो सकता है कि सरकार जनता को राहत देने के लिए कोई बड़ा ऐलान करे. कल मोदी ने स्वयं कहा था कि हमारी सरकार संवेदनशील सरकार है, हम आलोचनाओं को भी स्वीकार करते हैं, हम हर किसी की सलाह सुनते हैं और उसके अनुसार काम करते हैं, उन्होंने माना था कि अर्थव्यवस्था की गति थोडा कम हुई है लेकिन हम फिर से अर्थव्यवस्था की रफ़्तार बढाने के प्रति क्षमतावान हैं.
तीनों की मुलाक़ात के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार कोई बड़ा ऐलान कर सकती है, हो सकता है कि पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी और घटाई जाय, यह भी हो सकता है कि फ़ूड आइटम्स पर GST की दर कम कर दी जाय क्योंकि जनता फ़ूड आइटम्स की मंहगी कीमतों से परेशान हैं, जैसे ही GST लागू हुआ है कंपनियों ने पैकेज्ड फ़ूड के दाम काफी बढ़ा दिए हैं, जनता मंहगाई से परेशान हो चुकी है. घी मंहगा, दही मंहगा, डालें मंहगी, नमकीन, बिस्किट मंहगा, हर चीज के दामों को बढ़ाकर जनता पर मंहगाई लाद दी गयी, अगर खाने पीने के सामानों को GST के नीचे वाले स्लैब में रखा जाता तो जनता को मंहगाई की मार ना झेलनी पड़ती.
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