हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज फरीदाबाद के दशहरा ग्राउंड में मुख्य अतिथि के तौर पर तीर चलाकर रावण का दहन किया लेकिन मैदान पर हर तरफ धूल मिटटी और रेत दिख रही थी, इस मैदान पर लोगों का चलना भी मुश्किल था, इस मैदान में फरीदाबाद के लोग कार चलना सीखते हैं इसलिए मैदान पर रेत और धुल हो चुकी है. हर साल रावण इसी धूल और मिटटी में खड़ा होता है.
इस बार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विजयदशमी समारोह के मुख्य अतिथि थे लेकिन वे रावण की इतनी बड़ी बेइज्जती नहीं देख पाए. आखिरकार रावण लंका का राजा था, उसके पास सोने का महल था लेकिन उसको धूल के गंदे मैदान में जलाया जाना खट्टर को पसंद नहीं आया. उन्होने तुरंत फरीदाबाद प्रशासन को डेढ़ करोड़ रुपये की मदद करके कहा कि इस मैदान को खूबसूरत बनाओ, चारों तरफ चारदीवारी बनाकर इसपर घास लगाओ. यहाँ पर मैदान के चारों तरफ स्टेडियम की भांति सीट, रंगीन लाइट और मखमली घास लगाई जाय ताकि अगली बार रावण को भी उचित मान सम्मान मिल सके क्योंकि राम ने रावण को मारने के बाद कहा था कि तुम्हें भी उतनी ही मान सम्मान मिलेगा जितना मुझे मिलेगा. मरते समय रावण ने जय श्री राम बोलकर अपने पापों को ख़त्म कर दिया था.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह घोषणा शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से दशहरा मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव-2017 कार्यक्रम के दौरान की। इस दौरान उन्होंने मंच से तीर चलाकर रावण का पुतला दहन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा उत्सव भारत देश में मनाए जाते हैं। ऐसे उत्सवों से देश की एकता और अंखडता की मजबूती की झलक दिखाई पड़ती है। देश के हर भाग में कोई न कोई उत्सव मनाये जाने का कार्यक्रम रहता है। दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव है। इस पर्व से पूर्व सभी जगहों पर रामलीलाओं का मंचन होता है। जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की लीलाओं का मंचन किया जाता है। अन्याय पर न्याय की विजय के रूप में मनाए जाने वाले इस पर्व पर सभी लोग शांति और सौहार्द बनाए रखने का संकल्प लें।
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