आजतक का कमाल, 7 राज्यों की पुलिस नहीं ढूंढ पायी लेकिन आजतक वालों ने हनीप्रीत को ढूंढ लिया

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आज तक न्यूज़ चैनल वालों ने कमाल कर दिया है. सात राज्यों की पुलिस अब तक हनीप्रीत को नहीं ढूंढ पायी लेकिन आज तक वालों ने हनीप्रीत को ढूंढ लिया. हनीप्रीत ने आज तक को दिए इंटरव्यू में खुद को और अपने पापा राम रहीम को बेकसूर बताया है. उन्होंने कहा कि मेरे पापा बेगुनाह हैं और उन्हें आगे न्याय जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि मैं और मेरे पापा कानून और कोर्ट का सम्मान करते हैं और इसीलिए हम लोग कोर्ट में गए थे, हम लोगों ने सोचा था कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा और हम शाम तक घर वापस आ जाएंगे लेकिन जब फैसला मेरे पापा के खिलाफ आया तो हमारा दिमाग काम करना बंद कर दिया, मैं डिप्रेशन में चली गयी.

जब उनपर देशद्रोह के मामले पर बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मैं कैसे देशद्रोही हो सकती हूँ, मैं तो अपने पापा के साथ देशभक्ति की बातें करती थी, हम तो देश के लिए जीने मरने की बातें करते थे, हमें देशभक्ति पर कई फ़िल्में बनाईं थी, मैंने आज तक एक चींटी भी नहीं मारी लेकिन मुझपर देशद्रोह का मामला दर्ज करा दिया गया.

उन्होंने कहा कि हनीप्रीत को इस तरह से प्रस्तुत किया गया है कि मुझे खुद भी उस हनीप्रीत से डर लगने लगा है, मैं इतनी डर से आज आगे बढ़ी हूँ कि मेरी मेंटल स्थिति ठीक नहीं है, मैं बता नहीं सकती हूँ कि मेरी क्या हालत है. उन्होंने कहा कि मैं तो एक बेटी होने के नाते उनके साथ कोर्ट में गयी थी, क्या कोर्ट में जाकर मैंने कोई गुनाह कर दिया, कोर्ट में जाने से ही मैं देशद्रोही हो गयी. मुझे परमिशन मिली थी तभी तो मैं वहां पर गयी थी. कुछ शरारती लोगों ने अगर गलत काम कर दिया तो उसके लिए मुझे क्यों जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. मैंने कहाँ कहा कि तुम लोग दंगे करो, मैं तो वहां पर बोली ही नहीं, कोई भाषण ही नहीं दिया, सजा मिलने के बाद हमारा दिमाग खुद ही डिप्रेशन में चला गयी थी.

राम रहीम के साथ अवैध संबंधों पर बात करते हुए हनीप्रीत ने कहा कि मुझे समझ में ही नहीं आ रहा है कि एक बाप बेटी के पवित्र रिश्ते को क्यों इतना उछाला जा रहा है, बाप बेटी का रिश्ता तो पवित्र रिश्ता होता है, मेरे डर का यही सबसे बड़ा कारण था कि हनीप्रीत के बारे में क्या बोला जा रहा है, हनीप्रीत यह बताते हुए रो पड़ीं. इन लोगों ने एक बाप-बेटी के रिश्ते को इतना तार तार कर दिया. क्या एक बाप अपनी बेटी के सर पर हाथ नहीं रखता, क्या एक बेटी अपने बाप से प्यार नहीं करती, इन्होने ऐसा क्या देख लिया, इन्हें ऐसा क्या सबूत मिल गया जो इन्होने मेरे पर ये इल्जाम लगाया.

रिपोर्टर ने कहा कि यह इल्जाम तो आपके डेरे के कुछ लोग और खासकर विश्वास गुप्त ने लगाया. इसपर हनीप्रीत ने कहा कि उन्हें कौन जनता है, वो कोई नहीं हैं, उनके बारे में मैं बात ही नहीं करना चाहती.

उन्होंने कहा कि डेरा में नरकंकाल मिलने की बात कही जा रही है क्या नरकंकाल मिला, क्या किसी महिला से आगे आकर मेरे पिता के खिलाफ बयान दिया. सिर्फ दो महिलाओं की चिट्ठी के आधार पर उन्हें गुनहगार ठहरा दिया गया. क्या चिट्ठी के आधार पर ऐसी सजा दी जा सकती है, कोर्ट ने हजारों महिलाओं की बात नहीं सुनी और सिर्फ दो चिट्ठियों के आधार पर मेरे पापा को सजा दे दी, मुझे कोर्ट पर पूरा भरोसा है.

अंत में हनीप्रीत ने कहा कि मैं भी निर्दोष हूँ, मेरे पापा भी निर्दोष हैं, एक दिन जरूर यह सामने आयेगा. मेरा और मेरे पापा का रिश्ता विल्कुल बाप बेटी का पाक रिश्ता है, मैं सबको यह कहना चाहूंगी कि हमारे समाज वाले झूठी बातों पर यकीन ना करें. यह सब बताते हुए हनीप्रीत काफी रो रही थीं, उनकी हालत सही नहीं लग रही थी.
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