अब तक योगी आदित्यनाथ एक लोकसभा सांसद थे और टेम्परोरी रूप से मुख्यमंत्री थे. एक मुख्यमंत्री के लिए विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी होता है. कोई भी मुख्यमंत्री अगर वह विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य नहीं है तो 6 महीनें से ऊपर मुख्यमंत्री पद पर नहीं बना रह सकता.
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधान परिषद का चुनाव जीतकर MLC बन गए हैं. कल वे नए पद की शपथ लेकर पुराने पद यानी लोकसभा सांसद पद से इस्तीफ़ा दे देंगे और कायदे से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल लेंगे. अब उनके लिए कोई टेंशन की बात नहीं है क्योंकि वह MLC बन गए हैं, कल उन्हें सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा जिसके तुरंत बाद वह लोकसभा सांसद पद से इस्तीफ़ा दे देंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके तीनो साथियों ने विधान परिषद का चुनाव जीत लिया है. अब योगी आदित्यनाथ, उनके दोनों उप-मुख्यमंत्री और मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह MLC बन गए हैं.
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधान परिषद का चुनाव जीतकर MLC बन गए हैं. कल वे नए पद की शपथ लेकर पुराने पद यानी लोकसभा सांसद पद से इस्तीफ़ा दे देंगे और कायदे से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल लेंगे. अब उनके लिए कोई टेंशन की बात नहीं है क्योंकि वह MLC बन गए हैं, कल उन्हें सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा जिसके तुरंत बाद वह लोकसभा सांसद पद से इस्तीफ़ा दे देंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके तीनो साथियों ने विधान परिषद का चुनाव जीत लिया है. अब योगी आदित्यनाथ, उनके दोनों उप-मुख्यमंत्री और मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह MLC बन गए हैं.
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