मैंने ही शुरू की थी Encephalitis के खिलाफ लड़ाई, किसी ने की होगी शरारत तो छोडूंगा नहीं: योगी

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आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर कांड पर सफाई देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मैंने ही Encephalitis बीमारी के खिलाफ कई वर्ष पहले गोरखपुर में लड़ाई छेड़ी थी इसलिए मेरी सभी परिवारों के साथ संवेदना है, मैंने खुद मुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार तीन बार BRD मेडिकल कॉलेज का दौरा किया है और हालात का जायजा लिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.

उन्होंने कहा कि जो रिपोर्ट्स मीडिया में आयी है, आदरणीय मोदी जी भी इससे काफी चिंतित हैं और उन्होंने स्वयं इस पर चर्चा करते हुए मुझे इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थय सेवाओं की मजबूती के लिए जो भी आवश्यकता होगी उसमें भारत सरकार मदद करेगी. मोदी ने स्वयं और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा जी ने परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल जी को यहाँ पर भेजा है और वे यहाँ पर आयी हैं.

उन्होंने कहा कि हमारी रिपोर्ट में जो बातें सामने आयी हैं उसे हमारे मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और आशुतोष टंडन जी आपके सामने रखेंगे लेकिन मैं बहुत विनम्रता पूर्वक आप लोगों के सामने आग्रह करता हूँ कि तथ्यों को सही परिपेक्ष्य में रखा जाय.

उन्होंने कहा कि मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ कि आज अलग अलग समाचार पत्रों में, अलग अलग चैनलों में लोग अलग अलग आंकडें बता रखे हैं, लेकिन सही आंकड़ें ये हैं - 
- 7 अगस्त को NISU में 4 मौत, Acute Encephalitis से 2 और Non Acute Encephalitis से 3 यानी कुल 9 मौतें हुई हैं.
- 8 अगस्त को NISU में 7 मौत, Acute Encephalitis से 3 और Non Acute Encephalitis से 2 यानी कुल 12 मौतें हुई हैं.
- 9 अगस्त को NISU में 6 मौत, Acute Encephalitis से 2 और Non Acute Encephalitis से 2 यानी कुल 9 मौतें हुई हैं.
- 10 अगस्त को NISU में 14 मौत, Acute Encephalitis से 3 और Non Acute Encephalitis से 6 यानी कुल 23 मौतें हुई हैं.
- 11 अगस्त को NISU में 3 मौत, Acute Encephalitis से 2 और Non Acute Encephalitis से 2 यानी 12 बजे तक कुल 7 मौतें हुई हैं लेकिन 12 बजे के बाद 4 मौतें और हुई हैं यानी कुल 12 मौतें हुई हैं.
- अब तक कुल 65 मौतें हुई हैं.

योगी ने कहा कि मौत के अलग अलग आंकडें देने से पहले यह जानना जरूरी है कि मौत के कारण क्या हैं. मैंने अपने दोनों मंत्रियों को यह जानने के लिए भेजा है कि क्या वास्तव में ऑक्सीजन की कमीं से यह मौतें हुई हैं. दूसरा मौत के सही आंकड़ें क्या हैं. तीसरा इसमें किसके स्तर पर लापरवाही हुई है.

योगी ने कहा कि इस मामले में हमने कल से ही एक्शन शुरू कर दिया था, जैसे ही यह ख़बरें समाचार पत्रों में आनी प्रारंभ हुई थीं हम लोगों ने उसी समय गोरखपुर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से पूरे मामले की जांच करने के लिये कहा है.

योगी ने कहा कि अगर ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हुई है तो उसमें सप्लायर की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार के गठन के बाद ही इस बारे में सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि इमरजेंसी सेवाओं में कोई भी व्यवधान ना आने पाए, आवश्यक कार्यों में किसी भी तरह से पैसे की कमीं ना होने पाए और सभी मंत्रालय पहले से व्यवस्था सुनिश्चित करें.

उन्होंने कहा कि सप्लायर की भूमिका की जांच करने के लिए हमें चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की है, वे एक हप्ते के अन्दर सप्लायर की भूमिका की जांच करेंगे क्यूंकि इस सप्लायर को 2014 में 8 वर्ष के लिए पिछली सरकार ने ठेका दिया था और सप्लायर भी जांच के घेरे में है और उसके बारे में आपको बताया जाएगा.

उन्होंने सभी मीडियाकर्मियों से अनुरोध करते हुए कहा कि अगर हम सही तथ्यों को रख पाएंगे तो मानवता की बहुत बड़ी सेवा होगी और खासतौर से तब जब हम किसी संवेदनशील मुद्दे को उठा रहो हों.

उन्होंने कहा कि अगर ऑक्सीजन की कमीं की वजह से मौतें हो रही हैं तो यह एक जघन्य कृत्य है और मुझे लगता है कि हमारे स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के जो डीजी हैं वो भी कल से गोरखपुर में हैं और वे कुछ समय के लिए गोरखपुर में रहेंगे भी, उन्होंने कुछ कार्यवाही की है और आगे भी अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो उन्हें छोड़ने का प्रश्न ही नहीं बनता.
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