मोदी सरकार के कार्यकाल में अभी सिर्फ डेढ़ साल बचे हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी के पास बहुत काम हैं लेकिन समय बहुत कम है, उनके सांसदों को जनता के बीच जाने की जरूरत है, जनता को जागरूक करने और उन तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाने की जरूरत है लेकिन उन्हें अपने ही सांसदों का सहयोग नहीं मिल रहा है. वे बार बार सांसदों को संसद आने का आदेश देते हैं लेकिन सैकड़ों सांसद उनकी बात मानते ही नहीं और अपनी मौजमस्ती में ब्यस्त रहते हैं. ये सांसद ना तो जनता के बीच जा रहे हैं और ना ही विकास का कोई काम कर रहे हैं.
आपको बता दें कि वर्तमान में कम से कम 200 बीजेपी सांसद ऐसे हैं जो सिर्फ मोदी के नाम पर चुनाव जीते हैं, इन सांसदों का कोई नाम भी नहीं जानता. मोदी ने सोचा था कि जब ये सांसद अच्छे काम करेंगे तो पब्लिक इन्हें खुद ही पहचान जाएगी और अगली बार उन्हें चुनाव जिताने में मेहनत नहीं करनी पड़ेगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है. सांसद अपनी ही मौज मस्ती में ब्यस्त हैं, ये लोग सोच रहे हैं कि मोदी के नाम से फिर से चुनाव जीत जाएंगे.
ऐसे कामचोर बीजेपी सांसदों के लिए बुरी खबर है क्योंकि बीजेपी सभी सांसदों की रिपोर्ट तैयार कर रही है. मोदी ने ऐलान कर दिया है कि अगर उनकी बात नहीं मांगेंगे तो 2019 में ऐसे लोगों को देख लिया जाएगा, मतलब टिकट काट दिया जाएगा. मोदी ने यह भी कहा कि अब संसद में अमित शाह भी आ गए हैं इसलिए बीजेपी सांसदों की मौज मस्ती बंद हो जाएगी क्योंकि अमित शाह जो काम करते हैं दिल से करते हैं.
मोदी के फैसले से सोशल मीडिया पर अधिकतर लोग सहमत हैं. लोग कह रहे हैं कि हम मोदी जी के फैसले से पूर्ण रूप से सहमत हैं. जो काम ना करे उसका टिकट काट दिया जाना चाहिए. देखिये लोग क्या कह रहे हैं.
मोदी के फैसले से सोशल मीडिया पर अधिकतर लोग सहमत हैं. लोग कह रहे हैं कि हम मोदी जी के फैसले से पूर्ण रूप से सहमत हैं. जो काम ना करे उसका टिकट काट दिया जाना चाहिए. देखिये लोग क्या कह रहे हैं.
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