आज तक ऐसा नहीं हुआ कि कोई फैसला सुनाने के बाद किसी जज ने खुद को हीरो बताने के लिए अपना बायोडाटा सोशल मीडिया में जारी कर दिया हो. आज तक किसी जज ने किसी फैसले के बाद खुद को हीरो के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया क्योंकि जज हमेशा सबूतों और गवाहों के आधार पर फैसला देते हैं, जज अपने आप से फैसला नहीं सुनाते बल्कि सबूतों और चार्जशीट के आधार पर फैसला सुनाते हैं.
इसी तरह से बाबा राम रहीम मामले में CBI ने जाँच की, 15 साल में चार्जशीट तैयार की और बाबा राम रहीम के लिए सजा की मांग की, उसी चार्जशीट के आधार पर CBI जज जगदीप सिंह ने फैसला सुनाया और उन्हें दोषी ठहरा दिया. बात यहीं पर ख़त्म हो जानी चाहिए थी लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोग उन्हें हीरो बताने लगे, उनका बायोडाटा शेयर करने लगे, व्हाट्स-अप पर उनकी फोटो शेयर होने लगी, अख़बारों में उन्हें फ्रंट पेज पर जगह मिली. आज तक किसी भी जज ने कोई फैसला सुनाने के बाद अपना इस तरह से प्रचार नहीं किया था लेकिन जगदीप सिंह ने किया.
हद तो तब हो गयी जब जगदीप सिंह ने पूरा फैसला ही नहीं सुनाया. वे चाहते तो 26 अगस्त को ही बाबा राम रहीम को सजा सुना सकते थे और इस काम में उन्हें सिर्फ एक मिनट लगता. उन्हें सिर्फ ये कहना था कि आप इस मामले में दोषी पाए गए हैं और आपको 7 साल या 14 साल की सजा सुनाई जाती है लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने यह मामला चार दिन के लिए लटका दिया और बाबा राम रहीम को रोहतक जेल भेजकर यहाँ भी सैनिकों की परेड करवा दिया.
अब आप देखिए, जिस तरह के हालात 26 अगस्त को पंचकूला में थे उसी तरह के हालात आज रोहतक में बना दिए गए हैं, जिस तरह से मीडिया वाले उस दिन बात का बतंगड़ बना रहे थे आज भी बात का बतंगड़ बना रहे हैं. अगर उस दिन ही जगदीप सिंह फाइनल फैसला सुना देते तो आज इतना टेंशन ना होती क्योंकि दंगा तो उस दिन भी हुआ था, अगर पूरा फैसला सूना देते तो भी उतना ही बवाल होता, आज तो उन्होंने फ्री का बवाल दे दिया है. आज फिर से कई जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ रहा है, फिर से स्कूल कॉलेज बंद करने पड़े हैं, फिर से सेना लगानी पड़ी है. व्यवस्था का मजाक बनाकर रख दिया गया है इन्होने. इन्होने चार दिन से हरियाण को बाँध कर रखा है लेकिन हमारे देश में जिस तरह से लोग बाबा राम रहीम को हीतो मानते थे उसी तरह से व्यवस्था का मजाक बनाने वाले इस जज को हीरो बना रहे हैं.
अब आप खुद देखिये आज तक किसी जज को हेलीकॉप्टर पर बैठकर फैसला सुनाने नहीं जाना पड़ा लेकिन जगदीप सिंह आज हेलिकॉप्टर से रोहतक आये हैं. मीडिया उन्हें ऐसा कवरेज दे रहा है जैसे मोदी को पाकिस्तान दौरे के समय दिया था. जगदीप सिंह शायद मौके का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं और खुद का खूब प्रचार करवा रहे हैं.
Bhai jo ye post likh raha hai.... Vo kahin ram rahim ka hi samrthak to ni hai
ReplyDeletePakka samarthak hai, chatata bhi hoga uski.. media ko nahi rok sakta, Ye judge Modi thode hi hai, jo apna prachar karwaye.. 10 saal ki saja bhi kam lag rhi hai
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