राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है. पिछले साल तक नीतीश कुमार बीजेपी और मोदी के कट्टर विरोधी माने जाते थे लेकिन उन्होंने एकाएक चौंकाने वाला कदम उठाते हुए मोदी से हाथ मिला लिया और फिर से NDA में शामिल हो गए. उन्हें BJP से हाथ मिलाने और उसके साथ बिहार में सरकार बनाने में सिर्फ 14 घंटे लगे.
अब ऐसा ही समाचार हरियाणा से आने वाला है. दो महीनें तक भूपिंदर सिंह हुड्डा बीजेपी के कट्टर विरोधी माने जाते थे लेकन अब उन्होंने मोदी से दोस्ती कर ली है, कुछ ही दिनों पहले उन्होंने मोदी से मुलाकात की और उन्हें अपना अच्छा दोस्त बताया. उन्होंने कहा कि जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और मैं हरियाणा का मुख्यमंत्री था तो हम दोनों की सीट साथ में होती थी. उन्होंने बताया कि G के बाद H आता था इसलिए हमारी सीट साथ में होती थी. हम दोनों उसी वक्त से अच्छे दोस्त हैं.
अब खबर आ रही है कि भूपिंदर सिंह हुड्डा भी नीतीश कुमार की तरह चौंकाने वाला कदम उठा सकते हैं. वे जल्द ही बीजेपी में शामिल होकर अपना बुढ़ापा बना सकते हैं क्योंकि कांग्रेस में रहने पर हमेशा विरोध करना पड़ेगा, टेंशन में रहना पड़ेगा, धरना प्रदर्शन और आन्दोलन करना पड़ेगा. गुस्से वाले बयान देने पड़ेंगे लेकिन बीजेपी में रहने पर ऐसा कुछ भी नहीं करना पड़ेगा.
यही नहीं भूपिंदर सिंह हुड्डा अपने बेटे दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के भविष्य को लेकर भी परेशान हैं, कांग्रेस में कई गुट बन गए हैं. एक तरफ अशोक तंवर हैं, दूसरी तरफ रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं, तीसरी तरफ कुमारी शैलजा हैं. सभी लोग CM बनना चाहते हैं इसलिए हुड्डा को अपने बेटे की फिक्र ज्यादा है. उन्हें पता है कि अब उनका राजनीतिक भविष्य अँधेरे में हैं, आने वाले समय में उनका बेटा भी गुटबाजी का शिकार होगा इसलिए बीजेपी में जाना ही बेहतर है.
भूपिंदर सिंह हुड्डा की मोदी से मुलाकात और उनके द्वारा मोदी को अच्छा दोस्त बताये जाने पर कांग्रेसी परेशान हैं, कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर हुड्डा के खिलाफ आलाकमान को शिकायत करने वाले हैं, कई अन्य नेता भी हुड्डा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं लेकिन हुड्डा को इससे कोई परेशानी नहीं है क्योंकि ये लोग उनका जितना विरोध करेंगे बीजेपी के प्रति उनका लगाव उतना ही बढ़ेगा.
यह भी खबर आ रही है कि हुड्डा अपने 13 कांग्रेसी विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हुडा यह काम अमित शाह के दौरे के समय ही करने वाले थे लेकिन अमित शाह ने उन्हें कुछ समय के लिए रोक दिया क्योंकि अमित शाह जहाँ जहाँ जाते हैं वहीँ कांग्रेसियों में भगदड़ मच जाती है और उन पर लालच देने का आरोप लगाया जाता है इसलिए हुड्डा को कुछ दिन रोक दिया गया.
अब हुड्डा ठीक वैसे ही बीजेपी में जाएंगे जैसे नीतीश कुमार ने एकाएक ऐसा कदम उठाया था. अब हरियाणा की राजनीति में भी तहलका मचना तय है लेकिन हुड्डा का समय अब आराम से कटेगा, वैसे भी आजकल सभी सीनियर सिटीजन कांग्रेसी नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं या कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे रहे हैं, हाल ही में गुजरात में शंकर सिंह बाघेला ने भी ऐसा ही किया था.
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