राहुल गाँधी ने किया ऐसा काम, कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहे

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आज कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने ऐसा काम कर दिया है कि वे अब कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रह गए हैं, उन्हें भारत का जयचंद बताया जा रहा है, राजनीतिक रूप से राहुल गाँधी की औकात सिर्फ इतनी है कि वह एक सांसद हैं, किसी भी सांसद को दूसरे देशों के दूतों से मिलने का अधिकार नहीं है जब तक कि सरकार को सूचित ना किया जाय और मिलने का कारण ना बताया जाय लेकिन आज राहुल गाँधी चुपचाप चीनी राजदूत Luo Zhaohui से मिलने लगे थे वो भी ऐसे वक्त, जब भारत और चीन युद्ध के मुहानें पर खड़े हैं.

इससे भी शर्मनाक बात ये है कि कांग्रेस ने राहुल गाँधी की इस मुलाकात की खबर को झूठा बताया, कई मीडिया चैनलों को भी झूठा और मोदी भक्त बता दिया लेकिन बाद में पता चला की राहुल गाँधी सच में चीनी राजदूत से मिलने गए थे, यही नहीं स्वयं चीनी राजदूत ने राहुल गाँधी से मुलाक़ात के बारे में ट्वीट किया था लेकिन शायद कांग्रेस ने उन्हें भी ट्वीट को डिलीट करने के लिए कहा जिसके कुछ देर बाद चीनी राजदूत ने भी ट्वीट डिलीट कर दिया.

अब आप समझ सकते हैं, राहुल गाँधी चीनी राजदूत से चुपचाप क्यों मिले, अगर मिले थे तो क्या कारण था कि कांग्रेस ने इस मुलाक़ात को छुपाना चाहा और झूठ बोला, आखिर क्या बात हुई कि चीनी राजदूत को ट्वीट डिलीट करना पड़ा, अगर राहुल चुपचाप चीनी राजदूत से मिले हैं और कांग्रेस ने जानकारी छुपाई है तो इससे साफ़ है कि राहुल गाँधी और कांग्रेस भारत के खिलाफ जरूर कोई साजिश कर रहे हैं, हो सकता है कि राहुल गाँधी अब जयचंद का किरदार निभा रहे हों ताकि भारत चाइना का युद्ध हो, भारत का नुकसान हो, कांग्रेस मोदी पर युद्ध करने का इल्जाम लगाकर हजरों लोगों की मौत का गुनाहगार बताए, और वामपंथियों के साथ मिलकर इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर 2019 का चुनाव जीतने की कोशिश करे.

अब आप खुद सोचिये, अगर कांग्रेस भारत और चाइना में युद्ध कराना चाहती है तो इससे भारत का कितना नुकसान होगा, भारत भले ही युद्ध में ना हारे लेकिन हजारों सैनिक तो मारे ही जाएंगे, लाखों करोड़ रुपये का नुकसान तो होगा ही, तो इसका क्या मतलब निकालें, क्या कांग्रेस हजारों भारतीय सैनिकों को मरवाना चाहती है, भारत का लाखों करोड़ रुपये का नुकसान करवाना चाहती है, अगर कांग्रेस और राहुल गाँधी को भारत का जयचंद ना कहें तो क्या कहें.

राहुल गाँधी की ट्विटर पर खूब आलोचना हो रही है, उन्हें भारत का जयचंद बताया जा रहा है, उनका चुपचाप चीनी राजदूत से मिलना वाकई में शर्मनाक बात है, यह भारत के लिए काला अध्याय है, भारत और चीन में टेंशन चल रहा है, भारत सरकार को चीन से अपने तरीके से निपटने देना चाहिए लेकिन राहुल गाँधी ने जयचंद की तरह चीन से मिलकर हैरान करने वाला काम किया है, राहुल गाँधी चीन के साथ जरूर कोई ना कोई खिंचड़ी पकाकर आए होंगे इसलिए भारत सरकार और भारतीयों को सतर्क रहना चाहिए. जब गद्दार दुश्मनों से मिल जाते हैं तो हार की संभावना बढ़ जाती है, आज भारत और भारतीय सैनिकों को हौसला देने की जरूरत है लेकिन विपक्षी पार्टी कांग्रेस दुश्मन देश से चुपचाप मिलकर उनका हौसला तोड़ने का काम कर रही है.
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1 comments:

  1. दुनिया में कूचा ऐसे लोग होते है जिन्हें अपने देश से गद्दी जादा प्यारी होती है.इनकी सोच इतनी गिरी हुई होती है कि येउस कहावत को चरितार्थ करते है जिसमे कहा गया है लड़का होनेके लिए पति को बलि चढ़ाना.

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