शिवराज बोले, हम तो किसानों के सबसे बड़े हितैषी, 1 लाख लोन देता हूँ, वापस लेता हूँ सिर्फ 90 हजार

shivraj-singh-started-fast-in-dussehra-maidan-bhopal-farmer-protest

Bhopal: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज भोपाल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास शुरू कर दिया, उन्होंने कहा कि मेरा उपवास किसानों की हिंसा के खिलाफ है, जब किसान हिंसा करना छोड़ देंगे तो हम भी अपना उपवास तोड़ देंगे.

शिवराज सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी शुरू से ही दो प्राथमिकता रही है, जनता का कल्याण और राज्य का विकास, इसलिए हमनें सबको साथ लेते हुए जनता का कल्याण और राज्य का विकास दोनों करना शुरू किया. मैं साधे 11 वर्षों से मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा हूँ, मेरी हर साँसें सिर्फ मध्य प्रदेश की जनता के लिए चली हैं, सिर्फ मध्य प्रदेश के विकास के लिए चली है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मेरी सबसे पहली प्राथमिकता रही 'खेती और किसानी' क्योंकि हमारी राज्य की 65 फ़ीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है.

उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो केवल 7.5 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई हो पाती थी लेकिन आज 40 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई होती है, अगर मैं अलग अलग सिंचाई की योजनायें गिनाऊंगा तो बहुत समय लग जाएगा, हमनें किसानों के खेतों में पानी पहुँचानें में कोई कसर नहीं छोड़ी. हम नर्मदा का पानी सिप्रा में ले आये और किसानों के खेतों में पानी पहुंचाया. मालवा रेगिस्तान बन रहा था लेकिन हम वहां पर नर्मदा का पाने ले गए और क्षेत्र को रेगिस्तान बनने से बचा लिया.

शिवराज सिंह ने कहा कि जब हम सत्ता में आये तो किसानों को 18% ब्याज पर कर्ज मिलता था लेकिन हमने ब्याज दर घटाकर -10% कर दिया, हमारी सरकार किसानों को खाद और बीज के लिए 1 लाख रुपये देती है तो हम किसानों से केवल 90 हजार रुपये लेते हैं, शायद दुनिया में ऐसा कहीं नहीं होता होगा, सिर्फ मध्य प्रदेश की धरती पर ऐसा होता है कि खाद और बीज के लिए 1 लाख ले जाओ और वापस करो सिर्फ 90 हजार, बाकी का पैसे सरकार अपने खजाने से वापस करवाएगी.

शिवराज सिंह ने कहा कि हमने किसानों को पानी के अलावा बिजली भी दी, आज प्रदेश के लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही है, आज 5 हार्स पॉवर के लिए 31 हजार का बिल आता है तो किसानों से सिर्फ 7 हजार रुपये लिया जाता है, बाकी का पैसा सरकार चुकाती है.
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Madhya Pradesh

States

Post A Comment:

0 comments: