‘जुनैद हत्याकांड’ पर बड़ा खुलासा, यात्रियों ने बताया, ट्रेन में क्यों मारा गया जुनैद खान: पढ़ें

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फरीदाबाद, 28 जून: फरीदाबाद के बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुए जुनैद हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, यात्रियों के अनुसार जुनैद और उसके दो दोस्त ट्रेन में बैठी एक लडकी पर अश्लील फब्तियां कस रहे थे इसलिए उसके भाई को गुस्सा आ गया और उसनें जुनैद को एक थप्पड़ जड़ दिया, इसके बाद जुनैद ने उसे धमकी दी तो ट्रेन में बैठी भीड़ को गुस्सा आ गया और सभी ने मिलकर जुनैद की हत्या कर दी. फिलहाल इस मामले की बिना सच्चाई जाने इसे टूल दे दिया गया है और राजनीतिक पार्टियों ने मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए जुनैद के घर को टूरिज्म का अड्डा बना दिया है, कल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हूड्डा भी जुनैद के घर खंदावली गाँव पहुंचे थे और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला था.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जुनैद की हत्या गाजियाबाद-दिल्ली-मथुरा EMU ट्रेन के कोच नंबर 20065 में हुई थी, इसी कोच में 22 जून की शाम को असावटी रेलवे स्टेशन पर खंदावली गाँव निवासी जुनैद की चाक़ू मारकर हत्या कर दी गयी थी. हादसे के बारे में अभी भी लोग चर्चा करते हैं.

आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि 22 जून शाम को कोच के अंदर ऐसी कौन सी बात हो गई, जिससे कुछ लोगों ने जुनैद को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। कोच में इस मामले की चर्चाएं गर्म हैं। कुछ ऐसी बातें निकलकर सामने आ रही है। यदि वे सच साबित हुई तो मामले का रूख बदल सकता है। ''Research Group for Truth and Justice'' ने सोमवार की शाम को ओखला रेलवे स्टेशन से लेकर असावटी स्टेशन तक कोच में सफर करके लोगों की राय जाननी चाही। पेश है रिपोर्ट - 

ओखला रेलवे स्टेशन (शाम 5:49 बजे)
संवाददाता ओखला रेलवे स्टेशन पर चढ़ते हैं और यात्रियों से इस हत्याकांड पर पूछताछ करते हैं। स्टेशन पर खड़े लोगों में जुनैद हत्याकांड को लेकर चर्चा थी। संवाददाता ने यात्रियों को टटोलना चाहता तो उन्होंने उस दिन न आने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। 6:04 मिनट पर शटल ओखला स्टेशन पर पहुंची। कोच 20065 में दैनिक यात्री चढऩे से परहेज कर रहे है। कोच में उस दिन अधिकांश लोग दैनिक यात्री न होकर आम यात्री थे, साथ ही ओखला एक्सटेंशन स्थित एक कंपनी में काम करने वाला तीन युवा भी इस कोच में चढ़े थे। उन लोगों ने दबी जुबां में कुछ बातें बताई। कहा, भाई ज्यादा नहीं पता लेकिन, मामला लड़की का है। इससे ज्यादा हमें नहीं पता। 

ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन(शाम 6:32 बजे)
आधा घंटा देरी से शटल ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पहुंची। इसलिए यात्री कोसीकलां जाने वाली शटल से जा चुके थे। मथुरा तक जाने वाले बुजुर्ग सौदान सिंह भी शटल में बैठे हुए थे। उन्होंने बताया कि वह उस दिन भी उसी कोच में थे लेकिन दूसरी तरफ बैठे थे,  उन्होने बताया कि उस दिन झगड़ा हुआ था और लात घूंसे भी चले थे लेकिन दूर होने की वजह से वह आरोपियों को पहचान नहीं सके, मेरे साथ बैठे एक यात्री ने बताया कि कुछ लड़के एक लड़की को छेड़ रहे थे। इसलिए लोगों ने जमकर पिटाई की। सौदान ने इसके बाद संवाददाता को पुलिस समझकर बात बंद कर दी। कोच में भुलवाना गांव के रविंद्र ने मीडिया को जमकर कोसा। कहा, मीडिया सच्चाई नहीं दिखा रही। जो बहन-बेटी की इज्जत पर हाथ डालेगा तो ऐसा ही होगा। हत्या का मामला है इसलिए हम आगे नहीं आ सकते। यदि सच्चाई से पड़ताल की जाए तो मामला कुछ और निकलेगा। 

बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन(6:44 बजे)
बल्लभगढ़ स्टेशन आते-आते अधिकांश यात्री संवाददाता को समझ चुके थे। इसलिए बात करने से मुकरने लगे। तभी बल्लभगढ़ से कोसीकलां निवासी बिजेंद्र शटल में चढ़े। बिजेंद्र ने मामले की पूरी परत खोल दी। बताया, मामले को लेकर चर्चाएँ जोरों पर है। मामला सीट को लेकर नहीं है। दिल्ली स्टेशन से एक लड़का अपनी छोटी बहन को लेकर बैठा था। ये तीनों लड़के लड़की को देखकर फब्तियां कस रहे थे। बार-बार दांत फाड रहे थे, कमेंट कर रहे थे। लड़की के भाई ने कई बार रोका। लेकिन लड़के नहीं माने। ओखला स्टेशन जाने के बद बुजुर्ग ने इन लड़कों को जोर से धमकाया। लड़कों की बुजुर्ग से तू-तू, मैं-मैं हो गई। गुस्से में आकर बुजुर्ग ने हाथ उठाया। जिससे विवाद बढ़ गया। लड़कों की बदतमिजी देख यात्री भड़क गए और उन्होंने इन लड़कों को जमकर पीटा। लड़के के भाई ने फोन से अपने दोस्तों को बल्लभगढ़ स्टेशन बुला लिया। उन्होंने ही बदतमीजी करने वाले लड़कों को चाकू मारा था। असावटी स्टेशन से वे फरार हो गए। संवाददाता ने बिजेंद्र की फोटो लेने की गुजारिश की। लेकिन बिजेंद्र ने पुलिस का मामला होने के कारण फोटो देने से मना कर दिया। 

असावटी रेलवे स्टेशन(6:54 बजे)
असावटी आते ही भारी भीड़ स्टेशन पर उतरी। मौके का मुआयना करते हुए नमकीन दाल बेचने वाले राजेश से मुलाकात हुई। पूछा तो बताया जुनैद और उनके साथियों पर चाकूओं से तबाड़तोड़ वार किए गए थे। एक की मौत स्टेशन पर हो गई थी। जबकि दूसरे को अस्पताल भेज दिया था। एक यात्री ने घटना को पाकिस्तान और भारत के क्रिकेट मैच से भी जोड़ दिया। उसे कहा कि झगड़ा मैच को लेकर हुआ था। पीडि़त किशोर बार-बार पाकिस्तान की हिमायत कर रहे थे। इसलिए यात्री भड़क गए। 

यात्रियों में जहन में उठ रहे है सवाल
  • एक पीडि़त युवक हासिम के मुताबिक जिस बुजुर्ग ने उन्हें सीट दी, उसी बुजुर्ग ने सबसे पहले मारा था, यह बयान लोगों के गले नहीं उतर रहा है, जिस बुजुर्ग ने युवकों को सीट दी वह बिना उनकी गलती के कैसे हाथ उठाएगा.
  • सीट को लेकर यात्री कभी चाकूबाजी नहीं कर सकते। संभावना है कि मामला कुछ और भी है। 
  • हासिम के मुताबिक उन्होंने फोन से शाकिर को बुलाया था। क्या शाकिर अकेला था या अन्य युवक भी साथ थे? जिन्हें देख भीड़ भड़क गई हो। 
  • ओखला और तुगलकाबाद स्टेशन के बीच झगड़ा होकर शांत हो गया। फिर क्या बात हुई कि करीब 20 मिनट बाद बल्लभगढ़ में चाकूबाजी की नौबत आ गई। 
फिलहाल मामले की जांच चल रही है और जुनैद के परिजनों ने हरियाणा सरकार से एक करोड के मुआवजे और आरोपियों को कड़ी सजा की मांग की है, कई आरोपी गिरफ्तार भी किये गए हैं, अब देखना यह है कि पुलिस जांच में क्या रिपोर्ट देती है.
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