New Delhi: अगर आपने कंप्यूटर हार्डवेयर पढ़ा होगा तो जानते होंगे, कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्व पार्ट उसका मदरबोर्ड होता है, अगर मदरबोर्ड निकाल दिया जाए तो कंप्यूटर काम नहीं करता है और जिस कंपनी का मदरबोर्ड होता है, काम भी उसी अनुसार होता है.
जिस प्रकार मदरबोर्ड कम्पुटर का सबसे महत्वपूर्व पार्ट होता है उसे प्रकार से EVM में भी मदरबोर्ड होता है, अगर EVM का मदरबोर्ड निकाल दिया जाय तो वह केवल डब्बा हो जाएगी और अगर EVM का मदरबोर्ड बदल दिया जाए तो EVM भी बदल जाएगी, मतलब वह EVM पहली जैसी नहीं रहेगी, जिस कंपनी का मदरबोर्ड होगा, EVM उसी के अनुसार काम करेगी.
आम आदमी पार्टी के नेता EVM हैक करने या EVM में टेम्परिंग के लिए मदरबोर्ड बदलना चाहते हैं, चुनाव आयोग ने आज आपियों से कहा है कि अगर आप हमारी EVM का मदरबोर्ड ही बदल दोगे तो वह हमारी EVM रहेगी ही नहीं, क्योंकि EVM में मदरबोर्ड के अलावा कुछ होता ही नहीं है.
चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों से कहा है कि बिना मदरबोर्ड बदले ही EVM हैक करके दिखाना होगा, आप EVM के साथ कुछ भी कीजिये, बटन से कितना भी छेड़छाड़ कीजिये, कोई भी कोड डालिए, लेकिन इंटरनल सर्किट से छेड़छाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी. सिक्यूरिटी प्रोटोकॉल से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आम आदमी पार्टी ने EVM हैकिंग चैलेंज स्वीकार नहीं किया है जिसकी वजह से पार्टी की हंसी उड़ाई जा रही है और उन्हें भगोड़ा एवं बहानेबाज बताया जा रहा है, आज आप पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि EVM हमें मदरबोर्ड बदलने ही नहीं देगा तो छेड़छाड़ कैसे करेंगे.
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