दोस्त बने जानी दुश्मन, अमेरिका और रूस में शुरू हुई जंग की तैयारी, बुलायी गयी आपात बैठक

russia-america-war-vladimir-putin-called-emergency-meeting-unsc

दमिश्क, 7 अप्रैल: आपने सुना होगा कि अमेरिका चुनाव से पहले रूस ने ट्रम्प को जिताने के लिए हैकिंग की, पता नहीं यह आरोप सही था या गलत लेकिन पुतिन और ट्रम्प को दोस्त बताया जाने लगा, लेकिन आज वही दोस्त जानी दुश्मन बन गए हैं क्योंकि सीरिया ने अमेरिका के समर्थन वाले सीरिया पर केमिकल अटैक कर दिया जिसमें करीब 50 लोग मर गए, उसका बदला लेते हुए अमेरिका ने रूस के समर्थन वाले सीरिया पर क्रूज मिसाइलों से हमला कर दिया जिसमें करीब 15 लोग मारे गए.

अमेरिका के जवाबी हमले से रूस बौखला गया है, आज राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ये हमले एक संप्रभु देश पर आक्रमण और अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। रूस ने अमेरिका को चेताते हुए कहा कि इससे रूस के साथ उसके संबंध खराब होंगे।

इन हमलों के कुछ ही घंटों के भीतर रूस ने सीरिया के आसमान में टकराव रोकने से संबंधित अमेरिका के साथ हुए एक समझौते को रद्द कर दिया।

रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से सीरिया की स्थिति पर चर्चा के लिए एक आपातकाल बैठक बुलाने का आग्रह किया है।

सीरिया ने इस मिसाइल हमले को अमेरिकी आक्रमण बताया है और रूस और ईरान से इस मुद्दे पर चर्चा की है।

सीरिया की असद सरकार के खिलाफ यह अमेरिका द्वारा किया गया पहला प्रत्यक्ष सैन्य हमला है। 

ट्रंप ने फ्लोरिडा में संवाददाताओं से कहा कि सीरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आग्रहों को दरकिनार किया है।

अमेरिका सीरिया में रासायनिक हमलों के लिए असद सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है। इन हमलों में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका के युद्धक विमानों से दागी गई 59 मिसाइलों में से सिर्फ 23 ही सही निशाने पर लगीं।

अमेरिका का कहना है कि उसने मिसाइल दागने से पहले रूस और तुर्की को सूचित कर दिया था। 

रूस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि उम्मीद है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अमेरिकी हमले की निंदा करेगा।

रूसी संघ परिषद की रक्षा और सुरक्षा संबंधित समिति के अध्यक्ष विक्टर ओजेरोव ने शुक्रवार को कहा कि सीरिया में अमेरिकी हमला संयुक्त राष्ट्र के एक सदस्य के खिलाफ आक्रमण की कार्रवाई है।
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

International

Post A Comment:

0 comments: