कमाल हो गया, इधर ख़त्म हुआ MCD चुनाव, उधर किसानों ने ख़त्म किया धरना, क्या साजिश थी मोदी के खिलाफ

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New Delhi, 24 April: मुझे पहले ही शक हो रहा था कि तमिल नाडु के किसानों के नाम पर किया जा रहा यह धरना मोदी सरकार और बीजेपी के खिलाफ साजिश है, कल जिस प्रकार से किसानों से अपना धरना ख़त्म किया उससे मेरा शक यकीन में बदल गया, जो किसान अपनी मांगों के लिए Urine पी रहे थे, मल खाने के लिए तैयार थे उन्होंने MCD चुनावों के साथ साथ अपना धरना भी समाप्त कर दिया और उनका धरना समाप्त कराने के लिए AAP नेता कुमार विश्वास पहुंचे और उन्होने अख़बारों में सुर्खियाँ भी बटोर लीं.

मोदी सरकार के खिलाफ साजिश का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि कल कुमार विश्वास ने धरनास्थल पर पहुंचकर मोदी के खिलाफ बातें की, उन्होंने मोदी के खिलाफ कविता गाई - 

आत्महत्या की चिता पर देख कर किसान को,
नींद कैसे आ रही है देश के प्रधान को.

सबसे पहले तो बता दें अगर तमिलनाडु के किसानों को वाकई में कोई समस्या है तो उसके राज्य सरकार जिम्मेदार है और राज्य सरकार को ही उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए, जब बात राज्य सरकार के बस से बाहर हो जाती है तो केंद्र की जिम्मेदारी होती है, अगर हर काम केंद्र सरकार ही करने लगेगी तो राज्य सरकारों का क्या काम होगा, अगर लोन केंद्र सरकार माफ़ करने लगेगी तो केंद्र का पूरा खजाना लोन माफ़ करने में ही ख़त्म हो जाएगा. राज्य सरकारें केंद्र सरकार से लोन लेकर किसानों का कर्जा माफ़ कर सकती हैं जैसा हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुआ.

क्या स्क्रिप्टेड था किसानों का धरना

सबसे पहले तो बता दें कि इसमें से कई किसान प्रोफेशनल धरनेबाज थे और दूसरी बात ये कि कोई भी किसान अपनी जान दे देगा लेकिन अपनी बात मनवाने के लिए मूत्र नहीं पिएगा और ना ही मल खाएगा लेकिन ये किसान तो मूत्र भी पी रहे थे और मल खाने की धमकी भी दे रहे थे और वो भी मोदी सरकार के खिलाफ जबकि उन्हें अपनी सरकार के खिलाफ धरना देना चाहिए था. वैसे हमें तो नहीं लगता कि उनके बोतल में मूत्र रहा होगा, हमें तो लगता है कि किसी और चीज को उन्होंने मूत्र बता दिया होगा, वरना कौन आदमी मूत्र पी सकता है.

अगर मान भी लें कि उन्होंने मूत्र पीया था तो इतना सब कुछ करने के बाद वे एकाएक धरना कैसे ख़त्म कर सकते हैं, यह अपने आप में सोचने का विषय है, कल AAP नेता कुमार विश्वास खुद धरना ख़त्म करवाने के लिए जंतर मंतर पर पहुंचे और मोदी के खिलाफ बयान दिया, इसके अलावा किसानों ने यह भी बताया कि उनकी कई बार केजरीवाल से भी बात हुई है.

सन्देश क्या गया?

इस धरने में AAP नेता कुमार विश्वास ने सिर्फ यही सन्देश दिया कि अन्नदाता मूत्र पी रहे हैं, मरे हुए चूहे खा रहे हैं, सांप खा रहे हैं, मूत्र पी रहे हैं लेकिन देश के प्रधान यानी मोदी सो रहे हैं, यह साफ़ साफ़ मोदी के खिलाफ साजिश थी, साथ ही मोदी विरोधी यह भी सोच रहे थे कि MCD चुनावों में किसान मोदी सरकार के खिलाफ खड़े हो जाँय, ताकि MCD में भी AAP की सरकार बन सके.

बड़े बड़े होटलों से किसानों के लिए आता था खाना, मिनरल वाटर

जानकारी के लिए बता दें कि धरनेबाज किसानों के लिए बड़े बड़े होटलों से खाना आता था, मिनरल वाटर की बोतल आती थीं, हर समय चाय-समोसे मिलते थे, ऐसा लग रहा था कि कोई इनके धरने की फंडिंग कर रहा है, ये लोग टीवी-मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए मरे हुए सांप, चूहे खाने का दिखावा करते थे और दूसरी तरफ होटलों के लजीज व्यंजन खाते थे.
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Delhi

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