रायपुर, 24 अप्रैल: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बहुत ही दर्दनाक खबर आयी है क्योंकि 300 के करीब नक्सलियों ने आज घात लगाकर हमला किया और देखते ही देखते 25 जवानों को गोलियों से भून डाला जबकि करेब 50 से अधिक घायल हैं, मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है क्योंकि 7 जवान गायब हैं, माना जा रहा है कि नक्सली उन्हें या तो अपने साथ ले गए हैं या धमाके में उनका शरीर उड़ गया है.
जानकारी के अनुसार हमला करने के बाद नक्सली लोग जवानों के 50 हथियार भी अपने साथ लूट ले गए, यह भी हैरानी की बात है की 300 नक्सलियों में से करीब 200 महिलायें थीं. रिपोर्ट के अनुसार अभी भी फायरिंग जारी है, घटना स्थल पर CRPF जवानों की अन्य टुकड़ियों को भेज दिया गया है.
जानकारी के अनुसार यह हमला चिंता गुफा के काला पठार के पास किया गया, CRPF की 74वीं बटालियन नक्सलियों की चाल को समझ नहीं पायी और उनके ट्रैप में फंस गयी. इस बात पर भी हैरानी जताई जा रही है कि CRPF की इस बटालियन को रोड ओपनिंग पार्टी (ROP) कहा जाता है, इन्हें हर इलाके की चप्पे चप्पे की जानकारी होती है, यह रोड बनाने वालों को सुरक्षा देते हैं, लेकिन नक्सलियों ने उन्हें अपने जाल में कैसे फंसाया यह सोचने का विषय है.
एक घायल जवान ने बताया कि पहले नक्सलियों ने किसी गाँव वाले को हमारी टोह लेने के लिए भेजा और उसके बाद 300 नक्सलियों ने अचानक हमपर हमला कर दिया. इस बटालियन में करीब 90 जवान थे, घायल जवान शेर मुहम्मद ने बताया कि हमने भी नक्सलियों पर हमला किया है और कई लोगों को मारा है.
घटना के वक्त छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह दिल्ली में थे और यहाँ पर उनकी कई नेताओं के साथ मीटिंग थी लेकिन जैसे ही उन्हें दुर्घटना की खबर मिली उन्होंने तुरंत ही सभी अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए और छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए.
जानकारी के अनुसार हमला करने के बाद नक्सली लोग जवानों के 50 हथियार भी अपने साथ लूट ले गए, यह भी हैरानी की बात है की 300 नक्सलियों में से करीब 200 महिलायें थीं. रिपोर्ट के अनुसार अभी भी फायरिंग जारी है, घटना स्थल पर CRPF जवानों की अन्य टुकड़ियों को भेज दिया गया है.
जानकारी के अनुसार यह हमला चिंता गुफा के काला पठार के पास किया गया, CRPF की 74वीं बटालियन नक्सलियों की चाल को समझ नहीं पायी और उनके ट्रैप में फंस गयी. इस बात पर भी हैरानी जताई जा रही है कि CRPF की इस बटालियन को रोड ओपनिंग पार्टी (ROP) कहा जाता है, इन्हें हर इलाके की चप्पे चप्पे की जानकारी होती है, यह रोड बनाने वालों को सुरक्षा देते हैं, लेकिन नक्सलियों ने उन्हें अपने जाल में कैसे फंसाया यह सोचने का विषय है.
एक घायल जवान ने बताया कि पहले नक्सलियों ने किसी गाँव वाले को हमारी टोह लेने के लिए भेजा और उसके बाद 300 नक्सलियों ने अचानक हमपर हमला कर दिया. इस बटालियन में करीब 90 जवान थे, घायल जवान शेर मुहम्मद ने बताया कि हमने भी नक्सलियों पर हमला किया है और कई लोगों को मारा है.
घटना के वक्त छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह दिल्ली में थे और यहाँ पर उनकी कई नेताओं के साथ मीटिंग थी लेकिन जैसे ही उन्हें दुर्घटना की खबर मिली उन्होंने तुरंत ही सभी अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए और छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए.
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