Lucknow, 27 March: ऐसा कम ही देखा गया है कि भारत का मुस्लिक समाज किसी बात के विरोध के लिए कभी सड़क पर उतरा हो, कभी आतंकवाद के विरोध के लिए मुस्लिम समाज सड़क पर नहीं उतरता, कभी तीन तलाक के विरोध के लिए मुस्लिम सड़क पर नहीं उतरता, कभी अशिक्षा के खिलाफ मुस्लिम समाज सड़क पर नहीं उतरना, कभी पिछड़ेपन का विरोध करने के लिए मुसलमान सड़क पर नहीं उतरता, कभी गरीबी का विरोध के लिए मुसलमान सड़क पर नहीं उतरता लेकिन आज मुसलमान सड़क पर उतरा, विरोध भी किया, हड़ताल भी किया लेकिन भैंसे के गोस्त के लिए।
आज भैंसे के गोस्त के लिए मुर्गे की भी दुकान बंद रही, बकरे के गोस्त की भी दुकान बंद रही, गोस्त बेचने वाली सभी दुकाने बंद रहीं, आज मुसलमान भैंसे के गोस्त की कमी के लिए सड़क पर उतर आये, प्रदर्शन किया, अपनी दुकानें बंद रखीं।
जानकारी के लिए बता दें कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में आते ही अवैध बूचडखानों पर कार्यवाही शुरू कर दी और करीब 400 बूचडखानों को बंद कर दिया, इन बूचडखानों पर रोजाना 15000 भैंसे काटे जाते थे, मुसलमान लोग अधिकतर भैंसे का ही गोस्त खाते हैं लेकिन अवैध बूचडखाने बंद होने से भैंसे के गोस्त की कमी हो गयी है इसलिए मुसलामानों का पेट नहीं भर रहा है, इसके अलावा इस धंधे से जुड़े लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं।
मुसलमानों को भैंसे के गोस्त के लिए सड़क पर उतरते देखकर सोशल मीडिया पर लोग जमकर निशाना साध रहे हैं, कुछ लोगों का कहना है कि मंहगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा, आतंकवाद आदि का विरोध करने के लिए आज तक किसी भी मुस्लिम नेता या मुस्लिम संगठन ने आन्दोलन नहीं किया लेकिन जैसे ही अवैध बूचडखानों पर कार्यवाही हुई, भैंसे के गोस्त की कमी हुई सभी लोग सड़क पर उतर आये।
मुसलमानों को भैंसे के गोस्त के लिए सड़क पर उतरते देखकर सोशल मीडिया पर लोग जमकर निशाना साध रहे हैं, कुछ लोगों का कहना है कि मंहगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा, आतंकवाद आदि का विरोध करने के लिए आज तक किसी भी मुस्लिम नेता या मुस्लिम संगठन ने आन्दोलन नहीं किया लेकिन जैसे ही अवैध बूचडखानों पर कार्यवाही हुई, भैंसे के गोस्त की कमी हुई सभी लोग सड़क पर उतर आये।
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