नई दिल्ली, 26 मार्च: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में देश को संबोधित करते हुए डिजिटल भुगतान के लिए जनता का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने याद दिलाया कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है, कालेधन की समस्या तब तक रहेगी जब तक कैश में भुगतान होता रहेगा क्योंकि धन-माफिया कैश को इकठ्ठा करके तिजोरियों में भर लेंगे या उसे बिस्तर के नीचे दबा देंगे।
मोदी ने कहा कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई में हर भारतीय हमारा साथ दे सकता है बस एक बार तय कर ले कि अब केवल कैशलेस भुगतान करना है, अगर देशवासी ये काम करना शुरू कर देंगे तो कालेधन की समस्या ख़त्म हो जाएगी क्योंकि कैश ख़त्म तो कालाधन भी ख़त्म।
मोदी ने कहा कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई में हर भारतीय हमारा साथ दे सकता है बस एक बार तय कर ले कि अब केवल कैशलेस भुगतान करना है, अगर देशवासी ये काम करना शुरू कर देंगे तो कालेधन की समस्या ख़त्म हो जाएगी क्योंकि कैश ख़त्म तो कालाधन भी ख़त्म।
मोदी ने कहा कि दृढ़ संकल्प के जरिए भारत में एक साल की जगह केवल आगामी छह महीने में ही 2.5 करोड़ डिजिटल लेनदेन का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकजा है।
मोदी ने कहा, "मैं डिजिटल लेनदेन करने के लिए नागरिकों का आभार व्यक्त करता हूं। हर नागरिक नकद लेनदेन के स्थान पर डिजिटल भुगतान का विकल्प चुनकर काले धन के खिलाफ लड़ाई में एक वीर सिपाही बन सकता है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के बाद डिजिटल लेनदेन में भारी इजाफा हुआ है।
उन्होंने कहा, "लॉन्च किए जाने के दो महीने के भीतर ही भीम एप के 1.5 करोड़ डाउनलोड हुए। यह सराहनीय है। अगर 125 करोड़ नागरिक संकल्प कर लें, तो हमें 2.5 करोड़ डिजिटल लेनेदेन के लिए एक साल का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, हम छह महीने के भीतर ही यह लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।"
'न्यू इंडिया' 125 करोड़ भारतवासियों का सपना : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 125 करोड़ भारतवासी चाहते हैं कि भारत में बदलाव आए। उन्होंने कहा कि 'न्यू इंडिया' कोई सरकारी योजना नहीं है, यह 125 करोड़ भारतीयों का सपना है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद अपने पहले 'मन की बात' कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि हर भारतीय नागरिक के छोटे-छोटे और मजबूत कदमों से एक नए और बदले हुए भारत की कल्पना को साकार किया जा सकता है।
मोदी ने कहा, "हम 21वीं सदी में हैं और कोई भारतीय नहीं है जो भारत में बदलाव नहीं लाना चाहता। 'न्यू इंडिया' न ही कोई सरकारी योजना है और न ही यह किसी राजनीतिक दल का घोषणापत्र है। यह 125 करोड़ भारतीयों की इच्छा है कि देश में बदलाव आए।"
उन्होंने कहा, "सब कुछ बजट या सरकारी धन से ही नहीं जुड़ा। अगर हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी और अपना दायित्व निभाने का संकल्प ले, तो उसका एक नए और बदले हुए भारत का सपना आसानी से पूरा हो सकता है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर हम समाज की ओर देखें तो कई लोग हैं, जो अपने तरीके से समाज की सेवा कर रहे हैं। कुछ लोग अस्पतालों में मरीजों की सेवा कर रहे है, कुछ स्वेच्छा से रक्तदान कर रहे हैं और कुछ गरीबों को खाना खिला रहे हैं।"
मोदी ने कहा, "अगर हर नागरिक संकल्प ले कि मैं यातायात के नियमों का पालन करूंगा, सप्ताह में एक बार पेट्रोल या डीजल का उपयोग नहीं करूंगा और अधिक जिम्मेदार बनूंगा और अगर हम कदम दर कदम ये सब करें तो हम एक नए भारत का अपना सपना साकार कर सकते हैं।"
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