इंफाल, 20 फरवरी: केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कल मणिपुर की राजधानी इम्फाल में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मणिपुर की अखंडता की शपथ ली, उन्होंने कहा कि यह राज्य भारत का अभिन्न अंग है और इसे दुनिया की कोई ताकत तोड़ नहीं सकती। उन्होंने कहा कि मणिपुर पर बुरी नजरें लग चुकी हैं और अब इसे बचाने के लिए केवल भारतीय जनता पार्टी की एकमात्र विकल्प है।
राजनाथ सिंह ने भाषण में कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड इसाक-मुइवा (NSCN-IM) के बीच गठबंधन मणिपुर को बचाने और उसकी अखंडता बनाए रखने के लिए किया गया है लेकिन कांग्रेस इस गठबंधन पर ही शक कर रही है और लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है लेकिन उसकी कोशिश कामयाब नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार और NSCN-IM के बीच समझौते में मणिपुर का नाम भी शामिल नहीं है और ना ही कोई ऐसा प्रावधान है जिसपर शक किया जाए।
जानकारी के लिए बता दें की कांग्रेस इस समय मणिपुर में सत्ता में है और उसने इस चुनाव में दोनों के गठबंधन को एक मुद्दा बनाया हुआ है। इसके अलावा ऑल मणिपुर स्टूडेंट्स यूनियन ने आंदोलन की शुरुआत की है और समझौते की रूपरेखा के खुलासे की मांग की है।
राजनाथ सिंह ने भाषण में कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड इसाक-मुइवा (NSCN-IM) के बीच गठबंधन मणिपुर को बचाने और उसकी अखंडता बनाए रखने के लिए किया गया है लेकिन कांग्रेस इस गठबंधन पर ही शक कर रही है और लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है लेकिन उसकी कोशिश कामयाब नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार और NSCN-IM के बीच समझौते में मणिपुर का नाम भी शामिल नहीं है और ना ही कोई ऐसा प्रावधान है जिसपर शक किया जाए।
जानकारी के लिए बता दें की कांग्रेस इस समय मणिपुर में सत्ता में है और उसने इस चुनाव में दोनों के गठबंधन को एक मुद्दा बनाया हुआ है। इसके अलावा ऑल मणिपुर स्टूडेंट्स यूनियन ने आंदोलन की शुरुआत की है और समझौते की रूपरेखा के खुलासे की मांग की है।
गृहमंत्री ने कहा, "मणिपुर सरकार ने आर्थिक नाकेबंदी को खत्म करने के लिए त्रिपक्षीय वार्ता के प्रथम चरण के लिए कोई भी प्रतिनिधि नहीं भेजा।" उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मणिपुर सरकार की मांग पर अर्धसैनिक बल मुहैया कराए थे।
राजनाथ ने कहा, "मैं नहीं समझता कि नाकेबंदी के लिए केंद्र को क्यों दोषी ठहराया जा रहा है। भारत में शासन की संघीय प्रणाली है और संविधान में साफ कहा गया है कि केंद्र राज्य के कानून-व्यवस्था के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता।"
सिंह ने कांग्रेस को 'डूबता जहाज' बताया और लोगों से पूर्वोत्तर में विकास के लिए भाजपा को वोट देने का आह्वान किया।
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