कांग्रेस के जाल में फिर फंस गए मनमोहन सिंह, सन्याश लेने की उम्र में लड़ रहे दंगल, वो भी मोदी से

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New Delhi, 9 Feb: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस पार्टी के जाल में फिर से फंस चुके हैं, इससे पहले भी वे कांग्रेस की जाल में फंसे थे जब वे 10 साल देश के प्रधानमंत्री रहे, घोटाले होते रहे और वे आँखें बंद करके देखते रहे, उनपर कोई इल्जाम नहीं आया क्योंकि उन्होंने एक भी रूपया नहीं खाया लेकिन लोगों को खाते हुए देखते रहे और ध्रितराष्ट्र बने रहे। 

मनमोहन सिंह ने अपनी 10 साल की सरकार में जो किया सो किया, अब वे काफी वृद्ध हो चुके हैं, अब उन्हें आराम से अपनी बाकी की उम्र काटनी चाहिए थी लेकिन वे एक बार फिर से कांग्रेस के जाल में फंस गए और मोदी के सामने दंगल में उतर गए। 

मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को संगठित लूट और ब्लंडर बता दिया, सबसे बड़ा घोटाला बताकर मोदी का दिमाग गरम कर दिया, मोदी अभी तक मनमोहन सिंह के खिलाफ कुछ भी नहीं बोल रहे थे लेकिन जिस प्रकार से मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के इशारे पर नोटबंदी की आलोचना की उससे मोदी ने भी ठान लिया कि अब ताऊ की उम्र नहीं देखनी है और इन्हें पटक देना है। 

कल मोदी ने मनमोहन सिंह पर अपना प्रहार कर ही दिया, उन्होंने कहा कि डॉ साहब पिछले 10 साल प्रधानमंत्री रहे और इनकी सरकार में कई घोटाले हुए, लेकिन इनपर कोई दाग नहीं लगा, हम सभी राजनेताओं को इनसे सीख लेनी चाहिए, बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना तो कोई डॉ साहब से सीखे। 

मोदी के इस प्रहार से कांग्रेस को बहुत बुरा लगा और सभी कांग्रेसी सांसद राज्य सभा से बाहर चले गए, उसके बाद मोदी ने गुस्सा होते हुए कहा कि मनमोहन सिंह इतने बड़े पद पर बैठ चुके हैं उसके बावजूद भी उन्होंने नोटबंदी को लूट और ब्लंडर बताया था, उस वक्त वे संसद की गरिमा कहाँ भूल गए थे, अगर कुछ बोलोगे तो सुनने की हिम्मत भी होनी चाहिए, पराजय से कब तक भागते रहोगे।

बात यहीं पर ख़त्म नहीं हुई है, अब मोदी को फिर से कांग्रेस के घोटालों को उठाने का मुद्दा मिल गया है, पहले सोनिया और राहुल पर वे हमले करते थे लेकिन अब सीधे मनमोहन सिंह पर हमले करेंगे क्योंकि महाभारत में जितना गुनाहगार दुर्योधन था उससे भी अधिक बड़ा गुनाहगार ध्रितराष्ट्र था जो आँखें बंद करके तमाशा देख रहा था। आँखों पर पट्टी बांधकर गुनाह होने देने वाले को भी गुनाहगार माना जाता है। 

मोदी की रैली में आने वाले ज्यादातर लोग उन्हें कांग्रेस के घोटालों पर बोलते हुए देखना चाहते हैं, सोनिया और राहुल पर हमले होते देखकर लोग बोर हो चुके हैं, अब उन्हें फ्रेश माल चाहिए, मोदी ने मनमोहन सिंह पर कोई हमला नहीं किया था लेकिन आज कहीं पर एक रूपया चोरी होने पर लोग प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराते हैं इसलिए अगर कांग्रेस के समय में लाखों करोड़ का घोटाला हुआ तो उसके भी जिम्मेदार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही होने चाहियें, आखिर जैसे मोदी वैसे ही मनमोहन सिंह। अब मोदी को फिर से कांग्रेस के घोटालों को कुरेदने का मौका मिल गया है, अब उनकी रैलियां फिर से सुपरहिट होने वाली हैं। 
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