New Delhi, 14 January: दुनिया जानती है कि प्रधानमंत्री डूबकर काम करने के लिए जाने जाते हैं, वह दिन में 18 घंटे तक काम करने वाले नेता हैं, वह हर हप्ते कैबिनेट सेक्रेटरीज की प्रगति मीटिंग बुलाते हैं और उनसे काम काज का हिराब मांगते हैं, इस बैठक में सभी विभागों के सचिव आते हैं और प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने काम काज का हिसाब देते हैं।
मोदी के पास अब केवल ढाई साल बचे हैं इसलिए उनके पास काम बहुत है लेकिन विभागों के सचिव उस स्पीड से नहीं चल रहे हैं जिस प्रकार से मोदी चाहते हैं, अभी भी कई विभागों के सचिवों को कांग्रेस सरकार की लत लगी हुई है जिसमें उनसे किसी भी काम का हिसाब नहीं माँगा जाता है, लेकिन अब सरकार बदल चुकी है तो वे मोदी सरकार में भी उसी तेजी से चल रहे हैं।
अब मोदी को ऐसे सचिव पसंद नहीं आ रहे हैं इसी वजह से कल प्रेजेंटेशन के दौरान वह कई सचिवों के काम काज से खुश नहीं हुए और प्रेजेंटेशन बीच में ही छोड़कर चले गए, उन्होने ऐसे लोगों से कहा कि और मेहनत से काम करो।
मोदी का इस तरह से उठकर चले जाना थोडा सा असामान्य था क्योंकि वह पूरा प्रेजेंटेशन बैठकर देखते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और वे बीच में ही प्रेजेंटेशन छोड़कर चले गए जिसकी वजह से सचिवों में हडकंप फ़ैल गया, अगर आगे भी वे कांग्रेस सरकार की रफ़्तार से चले तो उनपर कार्यवाही भी हो सकती है।
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