कटनी में एसपी गौरव तिवारी के तबादले के बाद शिवराज सरकार का विरोध जारी, कर्मचारी करेंगे हड़ताल

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कटनी, 13 जनवरी: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में हवाला कारोबार का खुलासा करने वाले पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के तबादले से उपजा जनाक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। चौथे दिन भी लोग सड़कों पर उतरे, महिलाओं ने चूड़ियां लहराईं, आंदोलन में आम आदमी पार्टी (आप) का साथ मिला तो उधर भोपाल में तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने तीन फरवरी से बेमियादी हड़ताल का ऐलान किया। इस बीच कटनी के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने कार्यभार संभाल लिया। 

गौरव तिवारी 500 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार का खुलासा करने के कारण चर्चा में थे और कई रसूखदारों के नाम हवाला कारोबार में सामने आने लगे थे। मामले की जांच में जुटे एसपी का सोमवार को तबादला कर दिया गया। तिवारी यहां महज छह माह ही तैनात रहे। माना जा रहा है कि उनका तबादला राजनीतिक दबाव में, एक मंत्री को बचाने के लिए किया गया है। जांच पूरी होने से पहले ही अधिकारी का तबादला कर दिए जाने के बाद मंगलवार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन जारी है। एक दिन बाजार भी बंद रखा गया।

शुक्रवार को सैकड़ों लोग कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह, पूर्व विधायक सरोज बच्चन नायक के नेतृत्व में प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे। महिलाएं हाथ में चूड़ियां लिए हुए थीं और ये चूड़ियां शिवराज सरकार को सौंपने के नारे लगा रही थीं। इन सभी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और कुछ देर बाद रिहा कर दिया।

प्रदर्शन के दौरान सरोज बच्चन कहा, "महिलाओं को सरकार सुरक्षा दे नहीं पा रही है। एक अधिकारी ऐसा आया, जिसने महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम किया तो उसे स्थानांतरित कर दिया गया। सरकार को अपना फैसला बदलकर तिवारी को फिर से कटनी में पदस्थ करना चाहिए।"

कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह ने सरकार पर एक मंत्री को बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक को हटाने का आरोप लगाया।

वहीं कटनी पहुंचकर नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ल ने शुक्रवार को पदभार संभाला। शुक्ल ने आईएएनएस को बताया कि शुक्रवार को कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, बल्कि सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को सिर्फ रोका गया था।"

दूसरी ओर, भोपाल में तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने दो फरवरी तक तिवारी का तबादला निरस्त कर उनकी वापसी न होने पर तीन फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया।

मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने आईएएनएस से कहा, "कटनी के पुलिस अधीक्षक तिवारी एक ईमानदार अफसर हैं। वह हवाला कारोबार की जांच कर रहे थे, इसमें कई बड़े लोगों के नाम भी सामने आ रहे थे। रसूख वाले लोग बेनकाब न हो जाएं, इसलिए उनका तबादला कर दिया गया। अगर दो फरवरी तक तबादला निरस्त नहीं किया गया तो हमारे संगठन के पांच लाख कर्मचारी तीन फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।"

द्विवेदी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी कर कालाधन बाहर लाने की मुहिम चलाई है, तो दूसरी ओर काले कारोबारियों ने हवाला का रास्ता अपना लिया और जब पुलिस ने इसका खुलासा किया तो अफसर का ही तबादला कर दिया गया। इससे प्रदेश सरकार की नीयत का पता चलता है।

राजधानी में शुक्रवार को तिवारी के तबादले के विरोध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। आप का आरोप है कि कटनी के हवाला कारोबार में एक मंत्री का नाम आ रहा था, इसीलिए तिवारी का तबादला कर जांच को भटकाने की कोशिश की गई है। आप ने तिवारी का तबादला निरस्त करने की मांग की है। 

लोगों में आक्रोश बढ़ता देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कटनी हवाला मामले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से आग्रह करने की बात कही है। वहीं कांग्रेस ने सीधे तौर पर इस मामले को दबाए जाने का आरोप लगाया है।
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