Mumbai, 24 December: आज महाराष्ट्र के लिए बहुत ही बड़ा दिन था, प्रधानमंत्री मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने मुंबई में 3600 करोड़ की लागत से बनने वाले शिवाजी स्मारक और विश्व की सबसे ऊंची शिवाजी की मूर्ती का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने कहा कि छत्रपति शिवाजी हमारे देश की आन बान शान और इतिहास के यौद्धा थे, पिछली सरकारों ने उन्हें भुलाने की कोशिश की, अभी भी कुछ लोग कह रहे हैं कि स्मारक बनाने की क्या जरूरत है, तारीख इस बात की गवाह है जो अपने इतिहास को भूल जाते हैं उनका वर्तमान तो होता है लेकिन कोई भविष्य नहीं होता इसलिए शिवाजी की ये मूर्ति केवल प्रतिमा नहीं है, ये एक ऐसी जीवन्त वास्तु है जिसमें से हमें सूरता मिलेगी, वीरता मिलेगी, नम्रता मिलेगी, प्रशासन मिलेगा और उस माध्यम से हमें ऐसी प्रेरणा मिलेगी कि हम एक ऐसा महाराष्ट्र विकसित करेंगे जो शिवाजी महाराज के सपनों का महाराष्ट्र होगा।
हमने अपने इतिहास को याद रखने के लिए शिवाजी की सबसे ऊंची मूर्ति और स्मारक बनाने का निर्णय किया है और आज देश के यशश्वी प्रधानमंत्री मोदी इसका उद्घाटन कर रहे हैं।
हमने अपने इतिहास को याद रखने के लिए शिवाजी की सबसे ऊंची मूर्ति और स्मारक बनाने का निर्णय किया है और आज देश के यशश्वी प्रधानमंत्री मोदी इसका उद्घाटन कर रहे हैं।
देवेन्द्र फडनवीस ने कहा कि यह मूर्ति दुनिया में सबसे ऊंची होगी और इस मूर्ति को पूरी दुनिया सर उठाकर देखेगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका की स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी की उंचाई भी इससे कम होगी।
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